मोहाली के सिसवां इलाके में पर्यावरण नियमों को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. स्थानीय बीजेपी नेता विनीत जोशी ने निजी जमीन मालिक गुरशरण सिंह और उनके बेटे सतबीर सिंह पर करीब 500 पेड़ काटने और पर्यावरण कानूनों के उल्लंघन का आरोप लगाया है. हालांकि, जिला प्रशासन और जमीन मालिकों ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है.
बीजेपी नेता विनीत जोशी ने कहा कि यह जमीन खसरा नंबर 453 के अंतर्गत आती है, जो पंजाब लैंड प्रिजर्वेशन एक्ट 1900 की धारा 4 के तहत सुरक्षित है. यहां खेती, खनन, पेड़-पौधे काटना या पशुओं को चराना पूरी तरह प्रतिबंधित है. उन्होंने एफआईआर दर्ज करने की मांग भी की.
पर्यावरण नियमों को लेकर खड़ा हुआ विवाद
हालांकि, विनीत जोशी आरोपों के समर्थन में ठोस सबूत पेश नहीं कर सके. जिस पंचायत प्रस्ताव का उन्होंने हवाला दिया, उसमें 500 पेड़ काटे जाने का कोई जिक्र नहीं है. जिला वन अधिकारी कंवरदीप सिंह ने कहा कि किसी तरह का उल्लंघन नहीं हुआ है और यह जमीन निजी है. यह खसरा नंबर पहले ही वन कानूनों से डीलिस्ट किया जा चुका है. इसी तरह जीएमएडीए अधिकारी राकेश कुमार ने भी जांच के बाद रिपोर्ट दी कि यहां कोई अवैध निर्माण या कब्जा नहीं हुआ.
आरोपों का कोई सबूत नहीं दे पाए बीजेपी नेता
जमीन मालिक गुरशरण सिंह और उनके बेटे सतबीर सिंह ने अपने दस्तावेज दिखाकर कहा कि यह उनकी निजी जमीन है और 1993 से उनके पास है. सतबीर सिंह ने कहा कि बीजेपी नेता जोशी राजनीतिक कारणों से उन पर आरोप लगा रहे हैं.सिसवां के सरपंच ने स्वीकार किया कि पंचायत ने जमीन मालिकों के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
अमन भारद्वाज