लुधियाना पुलिस ने पंजाब में अस्थिरता फैलाने की बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया. खुफिया जानकारी मिलने पर तुरंत एक्शन लेते हुए पुलिस ने घनी आबादी वाले इलाके में होने वाले संभावित ग्रेनेड हमले को विफल कर दिया, वरना जानमाल की बड़ी क्षति हो सकती थी. इस मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि विदेश में बैठे उनके हैंडलर- जिनके पाकिस्तान से संबंध होने का संदेह है, उनकी बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास जारी है.
लुधियाना पुलिस ने मामले में UAPA (गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) की धाराएं लगाई गई हैं और विदेशी आरोपियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (RCN) जारी किए गए हैं. मीडिया को संबोधित करते हुए लुधियाना पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने बताया कि विश्वसनीय खुफिया सूचना के आधार पर 27 अक्टूबर, 2025 को हमने मुक्तसर साहिब के रहने वाले कुलदीप सिंह, शेखर सिंह और अवी सिंह उर्फ अवी नाम के संदिग्ध व्यक्तियों को गिरफ्तार किया. ये तीनों लुधियाना के भीड़भाड़ वाले इलाके में ग्रेनेड अटैक करने की साजिश रच रहे थे.
भीड़भाड़ वाले इलाकों में थी धमाके की प्लानिंग
तीनों गिरफ्तार संदिग्धों के खिलाफ लुधियाना के डिवीजन नंबर 5 थाने में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 3, 4, 5 और भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 113 के तहत दर्ज की गई है. मामले की गंभीरता को देखते हुए DCP (इंवेस्टिगेशन) और DCP (सिटी) के नेतृत्व में विशेष टीमें गठित की गईं. प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI ने विदेशी हैंडलरों के जरिए आरोपियों को लुधियाना के घनी आबादी वाले इलाके में ग्रेनेड हमला करने का निर्देश दिया था, ताकि राज्य में दहशत फैलाई जा सके.
जांच में राजस्थान के श्रीगंगानगर के रहने वाले अवी उर्फ अवी विश्वकर्मा, पवनदीप और बिलासपुर निवासी तिस बाहुबली की पहचान हुई. ये तीनों विदेश में एक फ्लैट में साथ रहते हैं. उनके स्थानीय सहयोगी अमरीक सिंह और परमिंदर उर्फ मिनी पहले हथियार तस्करी में शामिल रहे हैं. अवी विश्वकर्मा का भाई मावी NDPS एक्ट के तहत गिरफ्तार हुआ था और फिलहाल ड्रग तस्करी के आरोप में राजस्थान के श्रीगंगानगर जेल में बंद है. उसे लुधियाना पुलिस ने प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया गया है, क्योंकि वह आरोपियों और हैंडलरों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा था.
ग्रेनेड सप्लाई करने वाला लोकल नेटवर्क बेनकाब
जांच में पंजाब में ग्रेनेड सप्लाई करने वाला स्थानीय नेटवर्क भी बेनकाब हुआ. स्थानीय सप्लायरों फरीदकोट के रहले वाले सुखप्रीत सिंह उर्फ सुख बराड़, सुखमंदर सिंह, श्रीमुक्तसर साहिब निवासी सैन कुमार उर्फ संजू और राजस्थान के श्रीगंगानगर निवासी करणवीर सिंह उर्फ मक्की को पुलिस ने अरेस्ट किया है. इनके पास से चीनी हैंड ग्रेनेड नंबर 86P 01-03 632, ब्लैक मास्क और दस्ताने बरामद हुए हैं. लुधियाना पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने कहा कि इस मामले में जांच जारी है और विदेशी हैंडलरों तक पहुंचने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग लिया जा रहा है.
कमलजीत संधू