पंजाब को 31 मई तक नशा मुक्त बनाने की डेडलाइन तय, डीजीपी ने SSP-CP को सौंपी जिम्मेदारी

सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पुलिस मुख्यालय में बताना होगा कि उन्होंने अपने क्षेत्राधिकार में ड्रग की समस्या खत्म करने के लिए क्या डेडलाइन तय की है. तय डेडलाइन के बाद अगर एक्शन प्लान में गड़बड़ी मिली तो कार्रवाही होगी.

Advertisement
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव. (PTI Photo) पंजाब के डीजीपी गौरव यादव. (PTI Photo)

aajtak.in

  • चंडीगढ़,
  • 27 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 2:08 PM IST

पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने राज्य सरकार की ‘युद्ध नशे दे विरुद्ध’ पहल के तहत पुलिस अधिकारियों  के लिए रविवार को जारी एक सख्त निर्देश में कहा है कि वे 31 मई, 2025 तक अपने-अपने क्षेत्रों को नशा मुक्त बनाने की व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदारी लें. उन्होंने पंजाब के सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (SSPs) और पुलिस आयुक्तों (CPs) को यह निर्देश दिया है.

Advertisement

डीजीपी ने इस बात पर जोर दिया कि प्रत्येक एसएसपी को अपने अधिकार क्षेत्र से ड्रग्स को खत्म करने के लिए अपनाई जाने वाली रणनीति का विवरण देते हुए एक ठोस कार्य योजना तैयार करनी चाहिए. उन्हें यह भी निर्देश दिया गया है कि वे ड्रग की समस्या को कैसे खत्म करेंगे इसकी प्लानिंग को लेकर पुलिस हेडक्वार्टर में प्रजेंटेशन दें. पुलिस अधिकारियों को बताना होगा कि ड्रग नेटवर्क को खत्म करने के लिए उनके द्वारा कौन से कदम उठाए जा रहे हैं.

यह भी पढ़ें: पहलगाम हमले के बाद पठानकोट में हाई अलर्ट, जम्मू-कश्मीर से लगने वाले पंजाब के सभी इंटरस्टेट नाके सील

सभी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को पुलिस मुख्यालय में बताना होगा कि उन्होंने अपने क्षेत्राधिकार में ड्रग की समस्या खत्म करने के लिए क्या डेडलाइन तय की है. तय डेडलाइन के बाद अगर एक्शन प्लान में गड़बड़ी मिली तो कार्रवाही होगी. डीजीपी गौरव यादव ने जोर देकर कहा कि अगर समय सीमा के बाद भी नशे से जुड़ी गतिविधियां पाई गईं, तो जिम्मेदार अधिकारियों को खुद अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा.

Advertisement

यह कदम पंजाब सरकार द्वारा ड्रग्स की समस्या के खिलाफ तेज की गई कार्रवाई का हिस्सा है, जिसमें मुख्यमंत्री भगवंत मान ने निर्धारित समय सीमा के भीतर पंजाब को पूरी तरह से नशा मुक्त बनाने का संकल्प दोहराया है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement