पंजाब के गुरदासपुर में प्राचीन शिवालय मियां मिस्त्री मंदिर में हिंदू संगठनों की बैठक हुई. इस बैठक में पंजाब के अंदर हिंदुओं की स्थिति पर चर्चा की गई. बैठक में हिंदू संगठनों के नेताओं ने कहा कि प्रदेश में हिंदुओं की स्थिति दिन-ब-दिन दयनीय होती जा रही है और इसका प्रमुख कारण हिंदुओं का वैचारिक रूप से आपसी विभाजन है.
उन्होंने कहा कि आतंकवाद के काले दौर में सबसे ज्यादा नुकसान हिंदुओं का ही हुआ था जिसकी भरपाई आजतक नही हो पाई है. आज के दौर में भी हिंदुओं को अपना हक लेने के लिए भी संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ता है. हिंदूवादी संगठनों के नेताओं ने कहा कि पंजाब में हिंदुओं की स्थिति इस कदर खराब है कि किसी विधायक को अगर सबसे ज्यादा वोट मिल जाए तब भी उसके हिंदू होने के कारण मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता.
हिंदू संगठनों के नेताओं ने हिंदुओं के हित की रक्षा के लिए एक मंच पर आने, भगवा दल के गठन का ऐलान किया. नेताओं ने कहा कि पूरे पंजाब में गोवंश की तस्करी, वध चरम पर है. किसी फौजी को गुरुद्वारे में बेअदबी के नाम पर सिर्फ इसलिए मार दिया जाता है क्योंकि वो हिंदू है. उन्होंने कहा कि आतंकवाद के दौरान मारे गए लोगों के लिए घोषित 781 करोड़ का मुआवजा सिर्फ इसलिए सरकारों की ओर से जारी नहीं किया गया क्योंकि वो हिंदुओं की सहायता के लिए उपयोग किया जाना था.
हिंदूवादी संगठनों के नेताओं ने देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करने के चल रहे फैशन का भी जिक्र किया और कहा कि शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं होती. गोशाला की जमीनों पर अवैध कब्जे हैं. हिंदू बहुल इलाकों में भी हिंदू को चुनाव नहीं लड़ाया जाता. अब हिंदुओं की आवाज को दबने नहीं दिया जाएगा इसीलिए भगवा दल का गठन किया गया है.
इस बैठक में शिवसेना हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष निशांत शर्मा, शिवसेना पंजाब के चेयरमैन राजीव टंडन, शिवसेना पंजाब के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव घनोली और शिवसेना टकसाली के राष्ट्रीय प्रमुख सुधीर सूरी, शिव सेना बाल ठाकरे के पंजाब उपप्रमुख हरविंदर सोनी, हिंदू क्रांति दल के राष्ट्रीय प्रमुख मनोज नन्हा के साथ ही अन्य हिंदूवादी संगठनों के नेता मौजूद थे.
तनसीम हैदर