आम आदमी पार्टी के नेता और कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा, उनकी माता समेत 9 लोगों को 2 साल की सजा सुनाई गई थी. मामला साल 2008 है, जिसमें 15 साल बाद सजा हुई थी. जानकारी के अनुसार अमन अरोड़ा का अपने जीजा राजेंद्र दीपा के साथ पारिवारिक झगड़ा था. इसी को लेकर साल 2008 में शिकायत दर्ज हुई थी.
घरेलू विवाद के मामले में 21 दिसंबर 2013 को संगरूर के सुनाम लोकल कोर्ट में सुनवाई हुई थी. कोर्ट ने अमन अरोड़ा और उनकी माता समेत नौ लोगों को दो-दो साल की सजा सुनाई थी. इसे लेकर कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा की ओर से संगरूर कोर्ट में 8 जनवरी को अपील की गई थी.
यह भी पढ़ें- पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा को 2 साल की सजा, घर में घुसकर की थी मारपीट
साढ़े आठ घंटे तक कोर्ट में चली बहस
इसके बाद उनके जीजा रजिंदर दीपा 19 जनवरी को चंडीगढ़ हाईकोर्ट गए. उधर, 24 जनवरी को संगरूर कोर्ट में दोनों पक्षों को सुनने की अपील हुई. इसके बाद 24 जनवरी को सुबह 10:30 बजे से लेकर शाम को करीब 7:00 बजे तक अमर अरोड़ा और उनके जीजा राजेंद्र दीपा, दोनों ही पक्षों को संगरूर कोर्ट ने सुना. बहुत लंबी चौड़ी बहस हुई.
25 जनवरी को कोर्ट सुनाएगी फैसला
इसके बाद संगरूर कोर्ट की ओर से मामले का फैसला 25 जनवरी के लिए सुरक्षित रख लिया गया. अब जीजा साले की इस लड़ाई में फैसला संगरूर कोर्ट गुरुवारको करेगी. इस मामले में संगरूर कोर्ट के बाहर जीजा राजेंद्र दीपा ने कहा हम खुश हैं. हमारी बात कोर्ट ने सुनी. हमें अपनी बात रखने का मौका मिला. फैसला कल होगा.
मीडिया से बचते दिखे अमन अरोड़ा
मगर, इस पूरे मामले में उनके रिश्ते में लगने वाले साले और पंजाब के कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा मीडिया के सवालों और कैमरे से बचते हुए अपने गाड़ी में बैठकर चले गए. उन्होंने मीडिया के साथ कोई बातचीत नहीं की. उनके वकील ने सिर्फ इतना कहा कि इस मामले में फैसला कल होगा.
सतेंदर चौहान