कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने बुधवार को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ किसी भी तरह के मतभेद की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया. उन्होंने साफ कहा कि दोनों नेता मिलजुलकर काम कर रहे हैं और अगर सिद्धारमैया मुख्यमंत्री बने रहते हैं तो इसमें कोई गलत बात नहीं है.
शिवकुमार का यह बयान मंत्री बीजेड जमीर अहमद खान के हालिया बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सिद्धारमैया के कार्यकाल पूरा करने के बाद 2028 में शिवकुमार मुख्यमंत्री बन सकते हैं.
राज्य की सियासत में पिछले कुछ समय से चर्चा है कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के आधे रास्ते यानी नवंबर में पावर शेयरिंग फॉर्मूले के तहत नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है, जिसे कुछ हलकों में नवंबर रिवॉल्यूशन कहा जा रहा है. लेकिन शिवकुमार ने इन अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा, “बहुत खुशी है. इसमें क्या गलत है? मुख्यमंत्री हैं, बने रहें. हम सब साथ मिलकर काम कर रहे हैं और आगे भी एकजुट रहेंगे.”
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक सिद्धारमैया की आगामी 15 नवंबर की दिल्ली यात्रा पर पूछे गए सवाल पर शिवकुमार ने कहा कि वे भी उसी दिन दिल्ली जाएंगे. उन्होंने बताया कि वे राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल के एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे हैं.
कैबिनेट विस्तार या फेरबदल को लेकर पूछे गए सवाल पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह पूरी तरह मुख्यमंत्री का अधिकार क्षेत्र है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब तक सिद्धारमैया ने इस विषय पर उनसे कोई चर्चा नहीं की है.
बिहार चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवकुमार ने कहा कि उन्हें एग्जिट पोल पर भरोसा नहीं है, बल्कि जनता के फैसले पर है. उन्होंने कहा, “महागठबंधन बिहार में जीत हासिल करेगा. सारे एग्जिट पोल हमेशा सही नहीं होते.”
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