कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शीतकालीन सत्र से पहले दिए ड्रामा वाले बयान पर जोरदार पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि महंगाई और प्रदूषण जैसे जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा से बचना ही असली ड्रामा है.
दरअसल, शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले पीएम मोदी ने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि सदन हंगामे के लिए नहीं है. ड्रामा कर की जगह बहुत होती हैं, जिसमें ड्रामा करने है करते हैं, यहां से डिलीवरी करी जानी चाहिए. पीएम के इसी बयान पर प्रियंका गांधी ने पलटवार किया है.
'मुद्दों पर बोलना और उठाना ड्रामा नहीं है'
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'संसद में मुद्दे उठाना कोई ड्रामा नहीं है. चुनाव की स्थिति में एसआईआर, प्रदूषण बहुत मुद्दे हैं सर. आइए चर्चा करते हैं. संसद किस लिए है? ये ड्रामा नहीं है. मुद्दों पर बोलना और उठाना ड्रामा नहीं है.'
प्रियंका ने आगे कहा कि मुद्दों पर चर्चा की मंजूरी न देना और चर्चा न करना ड्रामा है. ड्रामा तो जनता के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर लोकतांत्रिक चर्चा न करने देना है.
अभिषेक बनर्जी ने भी बोला हमला
प्रियंका गांधी के अलावा टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने भी पीएम की ड्रामा वाली टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, विपक्ष SIR पर बहस की मांग कर रहा है, क्या ये ड्रामा है? अगर जनता की आवाज उठाना ड्रामा है तो जनता अगले चुनाव में उन्हें जवाब देगी.
अभिषेक ने चुनाव आयोग को बीएलओ समेत 40 लोगों की मौत का जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि सरकार की जवाबदेही कहां है? दस साल पहले नोटबंदी के दौरान लोग कतारों में खड़े थे. काले धन का प्रवाह बढ़ गया है, जवाबदेही कहां है?.
'हम SIR के खिलाफ नहीं, बल्कि...'
टीएमसी नेता ने कहा कि हम एसआईआर के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हम इसके क्रियान्वयन की पद्धति और तरीके के खिलाफ हैं. चुनाव आयोग ने बी.एल.ओ. को प्रशिक्षित नहीं दिया, उन्होंने गड़बड़ी को दूर नहीं किया, मतदाता सूची को अपडेट नहीं किया गया और जब हम चर्चा चाहते हैं तो प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि ये नाटक है!
उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल करते हुए कहा, 'विस्फोट हो रहे हैं और आतंकवादी हमारे देश में घुस रहे हैं, जवाबदेही कहां है?'. विपक्ष सवाल पूछने के लिए कानूनी ढांचे के अंदर काम कर रहा है, सिर्फ़ इसलिए कि उन्होंने कुछ राज्यों में जीत हासिल की है, इसका मतलब ये नहीं कि वे जनता के प्रति जवाबदेह नहीं हैं. वही जनता आपको सत्ता से हटा देगी.
अभिषेक ने दावा किया कि उन्होंने (प्रधानमंत्री) बंगाल के 2 लाख करोड़ रुपये रोक दिए हैं.
विपक्ष का जोरदार हंगामा
वहीं, शीतकालीन सत्र की शुरुआत होते ही लोकसभा विपक्षी सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया. कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने विशेष सत्र में महंगाई, बेरोजगारी और अधिनियमों पर चर्चा की मांग की, जिसके चलते सदन की कार्यवाही लगातार बाधित रही.
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