राजस्थान में भारत जोड़ो यात्रा की होने वाली है एंट्री, टेंशन में क्यों कांग्रेस आलाकमान?

कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा जल्द ही राजस्थान में दाखिल होने वाली है. तय शेड्यूल के मुताबिक 5 दिसंबर को कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश से राजस्थान में प्रवेश कर जाएगी. इस इवेंट के पहले कांग्रेस आलाकमान राजस्थान में सीएम गहलोत और सचिन पायलट के बीच जारी खींचतान को खत्म कर देना चाहता है.

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सचिन पायलट भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश में शामिल हुए थे. सचिन पायलट भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश में शामिल हुए थे.

मौसमी सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 27 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 2:26 PM IST

मध्य प्रदेश के बाद कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का अगला पड़ाव राजस्थान है. इसे लेकर तैयारियां भी जोर-शोर से चल रही हैं. लेकिन पिछले कुछ दिनों में पार्टी के अंदर ही राजस्थान में बन रहे सियासी माहौल ने आलाकमान को टेंशन में डाल दिया है. हाल ही में सूबे के सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों ही एक मीटिंग में शामिल हुए थे.

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इस बैठक से दौरान दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई थी. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि गहलोत और पायलट के बीच रिश्तों में खटपट जारी है. भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में एंट्री करने से पहले आलाकमान राजस्थान की अंदरूनी कलह पर लगाम लगाना चाहता है.

भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान पहुंचने से पहले संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल यात्रा की तैयारी का जायजा लेने के लिए जयपुर जा रहे हैं. 29 नवंबर को यात्रा से जुड़ी कमेटी की बैठक है. बैठक में सीएम गहलोत और सचिन पायलट भी मौजूद रहेंगे. भारत जोड़ो यात्रा 5 दिसंबर को राजस्थान पहुंच रही है. ऐसे में पार्टी की यह कोशिश है कि राजस्थान का कुनबा एकजुट दिखे. आलाकमान इस बात को लेकर भी चिंतित है कि कहीं भारत जोड़ो यात्रा पर राजस्थान की अंदरूनी तनातनी का ब्रेक ना लग जाए.

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गहलोत ने इशारे में पायलट को कहा था गद्दार!

हाल ही में सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को गद्दार कहा और बोले कि वो (पायलट) कभी राज्य के सीएम नहीं बन सकते. गहलोत ने कहा था कि विधायक किसी ऐसे को कैसे स्वीकार कर सकते हैं, जिसने विद्रोह किया हो, जिसे गद्दार करार दिया गया हो. वह सीएम कैसे बन सकता है? विधायक ऐसे शख्स को सीएम के रूप में कैसे स्वीकार कर सकते हैं. मेरे पास सबूत हैं कि विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये बांटे गए थे, ताकि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को गिराया जा सके.'

सचिन पायलट ने किया था पलटवार

अशोक गहलोत के बयान पर सचिन पायलट की ही प्रतिक्रिया आई थी. उन्होंने कहा था, 'मैंने अशोक गहलोत की बात सुनी. पहले भी उन्होंने बहुत बातें मेरे बारे में बोली हैं. इस प्रकार के झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने की आज जरूरत नहीं है. आज जरूरत इस बात की है कि हम कैसे पार्टी को मजबूत करें.' पायलट ने यह भी कहा था कि गहलोत सीनियर और अनुभवी नेता हैं. मुझे नहीं पता कि कौन उन्हें मेरे बारे में झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाने की सलाह दे रहा है.

पायलट ने आगे कहा था कि आज भारत जोड़ो यात्रा को सफल बनाने की जरूरत है. जब मैं प्रदेश में पार्टी अध्यक्ष था तब राजस्थान में बीजेपी बुरी तरह हारी थी. बावजूद इसके कांग्रेस अध्यक्ष ने गहलोत को दूसरा मौका देते हुए सीएम बनाया था. आज हमें फिर इस बात की तैयारी करनी चाहिए कि कैसे राजस्थान में चुनाव जीता जाए.

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