लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद अब नई सरकार बनाने की कवायद तेज हो चुकी है. एक तरफ INDIA ब्लॉक के नेता अपने बयानों से यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि वह भी नई सरकार के लिए कोशिशों में लगे हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन ने तीसरी बार सरकार बनाने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं.
नतीजों के अगले ही दिन यानी आज नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. वह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात करने बुधवार की दोपहर राष्ट्रपति भवन पहुंचे थे. उन्होंने अपने साथ अपनी मंत्रिपरिषद का इस्तीफा भी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया. राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री और केन्द्रीय मंत्रिपरिषद से अनुरोध किया कि वे नई सरकार के गठन तक अपने पद पर बने रहें.
नतीश-नायडू की अहमियत बढ़ी
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन ने 292 सीटों पर जीत हासिल की है. हालांकि, बीजेपी अपने दम पर बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाई है. ऐसे में केंद्र की सत्ता पर काबिज होने के लिए BJP को सहयोगी दल की मदद लेनी पड़ रही है. इसमें तेलुगू देशम पार्टी (TDP) प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री के साथ-साथ जनता दल यूनाइटेड के चीफ नीतीश कुमार की अहम भूमिका मानी जा रही है. दरअसल, बीजेपी को तीसरी बार सरकार बनाने के लिए इन दोनों पार्टियों की मदद की जरूरत है. अपनी अहमियत जानते हुए दोनों ही पार्टियों के चीफ भाजपा से कई मांगे कर सकते हैं.
बड़ी हिस्सेदारी मांग सकती है TDP
आंध्र प्रदेश में 16 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करने वाली टीडीपी एनडीए सरकार को समर्थन देने के बदले सरकार में बड़ी हिस्सेदारी मांग सकती है. सूत्रों के मुताबिक कहा जा रहा है कि नायडू की सबसे बड़ी डिमांड लोकसभा स्पीकर पद को लेकर रहने वाली है. आइए आपको बताते हैं कि टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू आखिर किन मंत्रालयों की मांग कर सकते हैं. नायडू 5 से लेकर 6 या फिर इससे ज्यादा भी मंत्रालय मांग सकते हैं.
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