अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर, स्वामी रामदेव ब्रह्मसरोवर के तट से योग के अर्थ और अभ्यास की आवश्यकता पर चर्चा कर रहे हैं; आचार्य बालकृष्ण भी उपस्थित हैं। स्वामी रामदेव ने कहा, "योग शरीर का, इंद्रियों का, मन का, चित्त का, जीवन का परिष्कार है," और बताया कि योग शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक शांति तथा वैश्विक संघर्षों के समाधान का मार्ग है।