तिरुपति मंदिर में मिलावटी लड्डू घोटाले के बाद एक नया सिल्क दुपट्टा घोटाला सामने आया है. विजिलेंस अधिकारियों ने जांच के बाद खुलासा किया कि 2015 से 2025 के बीच नकली सिल्क दुपट्टे सप्लाई किए गए। बिल में इन्हें 100% पॉलिएस्टर और सिल्क मिक्स बताया गया था लेकिन सेंट्रल सिल्क बोर्ड मैसूर की लैब ने पुष्टि की कि ये दुपट्टे असली सिल्क नहीं बल्कि पॉलिएस्टर के थे.