RSS शताब्दी उत्सव के मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर में अपना संबोधन दिया. भागवत ने कहा कि आज विश्व भारत से अपनी समस्याओं के समाधान की अपेक्षा कर रहा है. भारत को अपने उदाहरण से विश्व को एक नया रास्ता देना होगा. संघ 100 साल से महापुरुषों के चिंतन को लेकर काम कर रहा है. इस चिंतन के आधार पर संघ का मानना है कि विश्व की व्यवस्था में परिवर्तन आवश्यक है.