पीएम कार्यालय का नाम सेवा तीर्थ रखा गया है, जिससे विपक्ष में चर्चा और विवाद उत्पन्न हो गया है. विपक्ष का कहना है कि केवल नाम बदलने से कुछ नहीं होता, बल्कि काम में बदलाव होना चाहिए. उन्होंने मोदी सरकार पर देश की सड़कों, भवनों और योजनाओं के नाम बदलने का आरोप लगाया है. पीएम ने स्वयं को सेवक और चौकीदार बताया था, जिसका देश ने समर्थन किया है.