मौलाना अरशद मदनी के बयान पर जारी विवाद ने एक नई बहस को जन्म दिया है जिसमें कई कांग्रेसी नेता और मुस्लिम धर्मगुरु उनके समर्थन में खड़े हो गए हैं, वहीं बीजेपी के नेता उनके बयान पर सवाल उठा रहे हैं. आलोचकों का कहना है कि मदनी और उनके परिवार की भूमिका मुसलमानों के लिए हानिकारक रही है और उन्होंने समाज को गुमराह किया है.