सिंधु जल समझौता स्थगित (Indus waters treaty) होने से पाकिस्तान में भविष्य को लेकर चिंता बढ़ गई है, क्योंकि भारत अब पानी के प्रवाह की अहम जानकारी साझा नहीं करेगा. इससे पाकिस्तान में सूखे या अचानक बाढ़ का दोहरा खतरा पैदा हो गया है, जो उसकी 80% खेती और एक-तिहाई हाइड्रो प्रोजेक्ट्स को प्रभावित कर सकता है.