पप्पू यादव ने वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य की आलोचना करते हुए कहा कि सत्ता में बैठे लोग 'झूठ', 'नफरत' और 'बांटने की राजनीति' पर जोर देते हैं. वे नोटबंदी, जीएसटी, रुपये के मूल्य में गिरावट और रोजगार की कमी जैसे मुद्दों पर सवाल उठाते हैं.