पूर्व आईबी चीफ की नई किताब में दावा किया गया है कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला अनुच्छेद 370 पर नरेंद्र मोदी सरकार का साथ देने को तैयार थे. किताब के अनुसार, अगर सरकार ने उन्हें विश्वास में लिया होता तो जम्मू-कश्मीर विधानसभा में इसे पारित भी कराया जा सकता था.