पंडित धीरेंद्र शास्त्री अपने दरबार में क्या करते हैं? रामकथा सुनाते हैं, पर्ची के जरिए भक्तों को बुलाकर उनकी समस्या सुनने से पहले ही पर्चे पर लिखकर बता देते हैं कि भक्त की कठिनाई क्या है और समाधान क्या होगा. लेकिन जब हिंदू राष्ट्र बनाने की बात, हिंदुस्तान में रहना है तो सियाराम कहना होगा जैसी बातें पंडित धीरेंद्र शास्त्री कहने लगे तो विवाद शुरु हुए.