सिंगर जुबीन गर्ग की मौत को लेकर उनके फैंस दुखी हैं. वे उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं. बता दें कि जुबीन की मौत के मामले को संदिग्ध माना जा रहा है. इसको लेकर असम पुलिस की CID (क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट) ने जांच तेज कर दी है. शुक्रवार को CID ने उन व्यक्तियों को नोटिस जारी किए, जो घटना के समय या उसके आसपास मौजूद थे या जिनके पास मौत से जुड़ी जानकारी हो सकती है. सभी से कहा गया कि वे 10 दिनों के भीतर जांच अधिकारियों के सामने पेश होकर बयान दें.
एजेंसी के अनुसार, संगीत जगत और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के कई प्रमुख नामों को बुलाया गया है. इनमें असमिया अभिनेत्री निशिता गोस्वामी, सिंगर शेखर ज्योति गोस्वामी और को-सिंगर अमृतप्रभा महांता शामिल हैं. इन्हें CID मुख्यालय गुवाहाटी में बुलाकर घटनाक्रम से जुड़े सवाल पूछे गए. बताया गया कि शेखर ज्योति और जुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा भी घटना के समय उनके साथ मौजूद थे.
जुबीन गर्ग 52 साल के थे. बीते 19 सितंबर को सिंगापुर में उनका निधन हो गया. वे वहां North East India Festival में परफॉर्म करने गए थे. उनके शव का अंतिम संस्कार 23 सितंबर को कमरकुची, गुवाहाटी में राजकीय सम्मान के साथ किया गया.
अब इस केस में SIT (स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम) के द्वारा घटना के समय जुबीन और उनके साथ मौजूद लोगों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं. एसआईटी का विशेष DGP एपी गुप्ता कर रहे हैं.
जुबीन गर्ग की मौत के बाद राज्य कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई ने कहा कि इस मामले में लापरवाही बरती गई है और पूरी जांच पारदर्शी होनी चाहिए. गोगोई ने आरोप लगाया कि घटना के समय जुबीन की सुरक्षा की जिम्मेदारी आयोजकों की थी. इसमें लापरवाही हुई है.
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जांच के दौरान SIT ने नॉर्थ ईस्ट इंडिया फेस्टिवल आयोजक श्यामकानू महांता, मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा और संगीतकार शेखर ज्योति के घर पर तलाशी ली. अधिकारियों ने कहा कि जो भी व्यक्ति जुबीन के साथ सिंगापुर गया था, उन्हें भी इस मामले में पूछताछ के लिए शामिल किया गया है.
इसी बीच, जुबीन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा ने एक ओपन लेटर सोशल मीडिया पर जारी किया, जिसमें कहा गया कि उन्हें अपना पक्ष रखने का पूरा अवसर चाहिए और उन्होंने जो भी किया वह जुबीन की मदद और देखभाल के लिए किया. उन्होंने यह भी कहा कि उनके ऊपर लगाए गए वित्तीय और अन्य आरोप गलत हैं. वे हर ब्योरा कानून और परिजनों के सामने पेश करने को तैयार हैं.
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाया है. फेसबुक लाइव के माध्यम से उन्होंने कहा कि जो कोई भी जुबीन गर्ग के मामले में कानूनी या नैतिक जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करेगा, उसे कानून के तहत जिम्मेदार ठहराया जाएगा.
सरकार ने फेस्टिवल आयोजक श्यामकानू महांता के बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है. उनके और मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा के लिए लुकआउट नोटिस जारी किए गए हैं, ताकि वे देश से बाहर न जा सकें.
CID की जांच में अब तक कई कलाकारों, स्थानीय नागरिकों और सिंगापुर में मौजूद नॉन-रेजिडेंट असमवासियों से बयान लिए जा चुके हैं. SIT ने इस मामले की पारदर्शी और निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है. इस मामले की संवेदनशीलता और जुबीन गर्ग की लोकप्रियता के कारण राज्य और देश भर में लोगों की नजरें जांच प्रक्रिया पर टिकी हुई हैं.
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