विदर्भ सुपर फास्ट एक्सप्रेस (12106) में 7 अप्रैल 2025 को एक बुर्कानशीं महिला ने बिना टिकट सेकंड एसी कोच में सफर करते हुए टीटीई, रेलवे स्टाफ और आरपीएफ के साथ बदतमीजी की. महिला ने रेलवे स्टाफ को गाली-गलौज के साथ काटने और टुकड़े-टुकड़े करके फेंकने की धमकी दी. घटना के बाद आरपीएफ ने अकोला और शेगांव स्टेशनों पर कार्रवाई की और महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया.
डीएससीआर भुसावल से आरपीएफ अकोला को सूचना मिली कि कोच A1 में ऑन-ड्यूटी टीटीई को सहायता चाहिए. सीटी अमोल कुकडेकर ने यह जानकारी प्लेटफॉर्म स्टाफ कांस्टेबल वाघ और ट्रेन में एस्कॉर्टिंग ड्यूटी पर तैनात एएसआई चांदुरकर को दी. ट्रेन जब रात 21:05 बजे अकोला स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर पहुंची, तो कांस्टेबल वाघ और एएसआई चांदुरकर ने कोच A1 में जांच शुरू की.
टीटीई एसबी लम्भाटे (नागपुर मुख्यालय) ने बताया कि धामणगांव से सवार एक महिला सीट नंबर 49 पर बैठी थी. टिकट मांगने पर उसने टिकट दिखाने से इनकार कर दिया और बर्थ खाली करने से भी मना किया. उसने गाली-गलौज शुरू कर दी और धमकियां दीं.
एएसआई चांदुरकर, स्टाफ और टीटीई ने उसे समझाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं मानी. चूंकि उस समय कोई महिला स्टाफ मौजूद नहीं थी, एएसआई ने 21:10 बजे ट्रेन रवाना होने के बाद डीएससीआर भुसावल को सूचित कर शेगांव में महिला स्टाफ की व्यवस्था करने को कहा.
शेगांव में कार्रवाई
ट्रेन के शेगांव पहुंचने पर महिला कांस्टेबल निकिता तेलगोटे और टीसी कविता पवार ने स्थिति संभाली. काउंसलिंग के बाद महिला ने कोच खाली कर दिया. रात के समय अकेली महिला होने के कारण उसे हिरासत में नहीं लिया गया. हालांकि, अकोला में शुरू हुई कार्रवाई के तहत आरपीएफ ने महिला कांस्टेबल की मौजूदगी में उसके खिलाफ मामला दर्ज किया.
पुलिस और RPF का रुख
आरपीएफ ने बताया कि महिला ने टीटीई और स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार किया. अकोला स्टेशन पर प्रारंभिक कार्रवाई की गई. पुलिस ने गाली-गलौज और धमकी देने के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
दीपेश त्रिपाठी / फैक्ट चेक ब्यूरो