पश्चिम बंगाल से सोशल मीडिया पर महिला गायक के साथ डांस करते हुए हेडमास्टर का वीडियो सामने आने के बाद बवाल हो गया. वीडियो सामने आने के बाद राज्य के प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने जांच शुरू कर दी है और शिक्षकों के लिए एक कोड ऑफ कंडक्ट को लेकर विचार कर रही है.
'मैं इस बारे में गौर करूंगा...'
इसी संबंध में पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने गुरुवार को कहा कि उन्हें यकीन नहीं है कि स्कूल के वक्त के बाद शिक्षकों की एक्टिविटी पर कोई कोड ऑफ कंडक्ट बनाया जा सकता है या नहीं. उन्हें कहा कि हमें यह देखना होगा कि क्या संबंधित व्यक्ति स्कूल के वक्त के दौरान डांस कर रहा था या स्कूल का वक्त खत्म होने के बाद डांस कर रहा था. क्या वह रबींद्र संगीत पर डांस कर रहे थे. इस बारे में मुझे आप लोगों से पता चलता है और मैं इस बारे में गौर करूंगा.
'लोगों ने बांधा नहीं जा सकता'
उन्होंने आगे कहा कि मुझे यकीन नहीं है कि आज के दौर में लोगों के व्यवहार को नियमों से बांधा जा सकता है या नहीं. मैं इस संबंध में प्राइमरी बोर्ड से बात करूंगा और पूरी जानकारी लूंगा...वैश्वीकरण के इस युग में लोगों के पहनावे और वेशभूषा बदल गए हैं, जो कि विजुअल कॉन्टेंट के कारण हुआ है.
'पत्रकारों का भी बदला वेशभूषा'
उन्होंने पत्रकारों की वेशभूषा के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा कि कुर्ता-पायजामा पहनने वाले कलम और नोटबुक रखने वाले लेखकों के दिल चले गए हैं. अब ज्यादातर पत्रकार डेनिम की पैंट पहनते हैं और किसी भी कार्यवाही को रिकॉर्ड करने के लिए उनके पास मोबाइल रहते हैं.
वहीं, सरकारी स्कूलों में कुछ कक्षाओं के लिए शिक्षकों की नियुक्ति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ये मामला अभी अदालत में लंबित है. एक बार अदालतों में गुत्थी सुलझ जाएगी तो हम भर्ती प्रक्रिया शुरू करेंगे.
बता दें कि बीते दिन पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के एक प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें वो एक सांस्कृतिक समारोह से एक महिला डांसर के साथ डांस करते हुए वीडियो सामने आया था. हालांकि आजतक इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
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