BLA का लड़ाई जारी रखने का ऐलान, कहा- अमेरिका के फैसले से हमारे संघर्ष पर फर्क नहीं पड़ेगा

अमेरिका ने BLA की स्पेशल यूनिट 'मजीद ब्रिगेड' को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया है. इस पर BLA के प्रवक्ता जीयंद बलोच ने कहा कि यह फैसला जमीनी हकीकत से भटका हुआ है और एक अंतरराष्ट्रीय ताकत द्वारा औपनिवेशिक नैरेटिव को समर्थन देने जैसा है. उन्होंने साफ कहा कि इससे न तो उन्हें कोई हैरानी हुई है और न ही किसी दबाव का अहसास.

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बेलुच लिबरेशन आर्मी (File Photo) बेलुच लिबरेशन आर्मी (File Photo)

aajtak.in

  • नई दिल्ली ,
  • 15 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 5:33 PM IST

बेलुच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने अमेरिका के हालिया फैसले पर सख्त प्रतिक्रिया दी है. अमेरिका ने BLA की स्पेशल यूनिट 'मजीद ब्रिगेड' को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया है. इस पर BLA के प्रवक्ता जीयंद बलोच ने कहा कि यह फैसला जमीनी हकीकत से भटका हुआ है और एक अंतरराष्ट्रीय ताकत द्वारा औपनिवेशिक नैरेटिव को समर्थन देने जैसा है. उन्होंने साफ कहा कि इससे न तो उन्हें कोई हैरानी हुई है और न ही किसी दबाव का अहसास.

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BLA का कहना है कि वह सिर्फ कब्जा करने वाले पाकिस्तानी राष्ट्र की सैन्य दादागिरी के खिलाफ लड़ रहा है और अपनी मातृभूमि की आज़ादी के लिए प्रतिबद्ध है. जीयंद बलोच ने दावा किया कि पाकिस्तान ने 1948 में बलूचिस्तान पर जबरन कब्जा किया था और उनका संगठन उसी दिन से शुरू हुई मुक्ति लड़ाई की कड़ी है.

हम हथियारबंद बलोच राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक

BLA ने कहा कि हम कोई पुराना राजनीतिक रिएक्शन नहीं, बल्कि ऐतिहासिक, राष्ट्रीय और रक्षात्मक हकीकत हैं. हम बलोच राष्ट्रीय गर्व का हथियारबंद रूप हैं, जिसे किसी बाहरी प्रमाण या अंतरराष्ट्रीय सर्टिफिकेशन की जरूरत नहीं.

प्रवक्ता के मुताबिक BLA अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून, खासकर जेनेवा कन्वेंशंस के कॉमन आर्टिकल III के तहत युद्ध के नियमों का पालन करता है. संगठन का दावा है कि उसकी सभी कार्रवाई पाकिस्तानी सेना, फ्रंटियर कॉर्प्स, खुफिया नेटवर्क, डेथ स्क्वॉड और उनके सहयोगी गिरोहों के खिलाफ होती है. BLA ने कहा कि उनका टारगेट पाकिस्तान की जनता या किसी भी विश्व शक्ति पर नहीं है, बल्कि सिर्फ कब्जा करने वाला है, चाहे वो कोई भी हो.

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नागरिकों को निशाना बनाना हमारे एजेंडे में नहीं

BLA का आरोप है कि अमेरिका ने वही नैरेटिव दोहराया है, जो पाकिस्तान दशकों से प्रोपेगेंडा के रूप में इस्तेमाल करता आया है. संगठन का कहना है कि नागरिकों को निशाना बनाना उनके घोषणापत्र का हिस्सा नहीं है और वे किसी को भी अपने संघर्ष का औचित्य साबित करने के लिए बाध्य नहीं हैं.

अमेरिकी नीति हितों पर आधारित, न्याय पर नहीं

BLA ने कहा कि वे जानते हैं कि अमेरिकी नीतियां सुरक्षा, संधियों और भू-राजनीतिक हितों से तय होती हैं. ऐसे फैसले राजनीतिक संतुलन साधने के लिए होते हैं, न कि जमीनी न्याय के आधार पर. उन्होंने इन सूचियों को कानूनी या नैतिक प्राधिकरण मानने से इनकार किया.

हमारा संघर्ष अंतरराष्ट्रीय कानून के दायरे में

BLA ने जोर दिया कि उनका संघर्ष अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के दायरे में आता है और यह राज्य के दमन, नरसंहार और गुलामी के खिलाफ एक वैध प्रतिरोध है. उन्होंने कहा कि यह जंग तब तक जारी रहेगी, जब तक आखिरी कब्जाधारी उनके मातृभूमि से नहीं निकल जाता.

अमेरिकी फैसला संसाधनों की लूट से जुड़ा

BLA का आरोप है कि यह अमेरिकी कदम ऐसे समय आया है, जब बलूचिस्तान के विशाल खनिज भंडार वैश्विक पूंजीवादी ताकतों की नजर में हैं और पाकिस्तान इन्हें विदेशी कंपनियों को सौंपने की योजना बना रहा है. BLA का कहना है कि जब राष्ट्रीय प्रतिरोध इन प्रोजेक्ट्स के रास्ते में आता है, तो उसे वैश्विक स्तर पर अवैध करार देना कोई नई बात नहीं.

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दुनिया को बलूचिस्तान आने का न्योता

BLA ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को बलूचिस्तान आने और जमीनी हकीकत देखने का न्योता देते हु कहा है कि आकर देखें वो सामूहिक कब्रें, जिनमें हमारे युवा दफन हैं. उन मांओं की आंखों में झांकें, जिनके बेटे दशकों से लापता हैं. उन शहरों को देखें, जहां बोलने की मनाही है और उन गांवों को देखें, जहां पाकिस्तानी सेना रात के अंधेरे में ऑपरेशन चलाती है. फिर तय करें कि क्या ऐसे दमन के खिलाफ संगठित प्रतिरोध आतंकवाद है या मानव गरिमा की रक्षा?. 

अमेरिका को असली सहयोगी पहचानने चाहिए

BLA ने कहा कि अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मानना होगा कि बलूच राष्ट्र और उसका क्रांतिकारी प्रतिरोध न्याय, स्थिरता और सैद्धांतिक साझेदारी को मानने वाली वैश्विक शक्तियों के स्वाभाविक सहयोगी हैं. संगठन का दावा है कि पाकिस्तान ने बार-बार समझौतों और भरोसे को तोड़ा है, इसलिए वह एक अविश्वसनीय राज्य है.

संघर्ष से पीछे नहीं हटेंगे

BLA ने अपनी जनता से वादा किया कि वह अपने वैचारिक, सैन्य और क्रांतिकारी दायित्वों से पीछे नहीं हटेगा. राज्य का प्रोपेगेंडा, अंतरराष्ट्रीय लेबल या वैश्विक फैसले हमारे रास्ते में रुकावट नहीं बनेंगे. हमारी लड़ाई बलूच राष्ट्रीय मुक्ति और संप्रभुता मिलने तक जारी रहेगी.

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