टीटीडी में कार्यरत और तिरुपति मंदिर में नकद चढ़ावे की चोरी की सूचना देने वाले एक पुलिस अधिकारी का शुक्रवार को जिले में संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला. अनंतपुर जिले के सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) रोहित कुमार चौधरी ने बताया कि सतीश कुमार का शव रेलवे ट्रैक पर मिला. फिलहाल अधिकारी के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
अधिकारी ने बताया कि अभी तक सतीश कुमार की मौत की परिस्थितियां स्पष्ट नहीं हैं. पुलिस को सुबह करीब 11 बजे सूचना मिली जब रेलवे कर्मचारियों ने नियमित रखरखाव कार्य के दौरान शव देखा और तुरंत राजकीय रेलवे पुलिस अधिकारियों को सूचित किया.
सतीश कुमार ने रवि कुमार के खिलाफ तिरुपति मंदिर के नकद (चढ़ावा) गणना केंद्र से चोरी करने की शिकायत दर्ज कराई थी. तिरुपति मंदिर के नकद (चढ़ावा) गणना केंद्र को पराकामनी के नाम से भी जाना जाता है. तिरुमला के वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में पराकामनी चोरी मामले में सतीश कुमार को एक प्रमुख अधिकारी माना जाता था.
2023 में चढ़ावे की गिनती के दौरान की थी चोरी की शिकायत
सतीश कुमार ने अप्रैल 2023 में वरिष्ठ सहायक रवि कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. जिसमें आरोप लगाया गया था कि उन्होंने देवता को मिले नकद चढ़ावे की गिनती के दौरान पैसे चुराए थे. उस समय, सतीश कुमार परकामनी सेक्शन में कार्यरत थे और उन्होंने रवि कुमार को चढ़ावे से पैसे की हेराफेरी करते हुए पकड़ा था.
जिसके बाद टीडीपी के नेतृत्व वाली सरकार ने जांच के आदेश दिए थे. इस बीच सतीश कुमार की मौत ने सत्तारूढ़ टीडीपी और विपक्षी वाईएसआरसीपी नेताओं के बीच वाकयुद्ध छेड़ दिया है. टीडीपी प्रवक्ता पट्टाभि राम कोम्मारेड्डी ने आरोप लगाया कि सतीश कुमार को अपनी शिकायत वापस लेने के लिए धमकियां दी गई थीं.
कोम्मारेड्डी ने कहा कि सतीश कुमार को एक विशेष जांच दल (एसआईटी) ने पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन अंततः वह रेलवे ट्रैक पर मृत पाए गए. उन्होंने आत्महत्या के दावों पर सवाल उठाया. सतीश कुमार की मौत पर प्रतिक्रिया देते हुए वाईएसआरसीपी के वरिष्ठ नेता साके शैलजानाथ ने आरोप लगाया कि सतीश कुमार को एसआईटी अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित किया गया था.
अपूर्वा जयचंद्रन