तिरुपति बालाजी मंदिर ट्रस्ट को 11 महीने में 918 करोड़ रुपये का चढ़ावा, ऑनलाइन दान में तेजी

तिरुमला तिरुपति देवस्थानम् को नवंबर 2024 से अक्टूबर 2025 तक विभिन्न ट्रस्टों में कुल 918 करोड़ रुपये का दान मिला है. इस अवधि के दौरान ऑनलाइन दान में तेजी देखी गई है.

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तिरुपति बालाजी मंदिर (File Photo: ITG) तिरुपति बालाजी मंदिर (File Photo: ITG)

aajtak.in

  • तिरुपति,
  • 22 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 5:22 PM IST

प्रसिद्ध तिरुमला तिरुपति देवस्थानम् (TTD) को नवंबर 2024 से अक्टूबर 2025 के बीच विभिन्न ट्रस्टों के लिए कुल 918.6 करोड़ रुपये के दान प्राप्त हुए हैं. यह जानकारी TTD के चेयरमैन बी.आर. नायडू ने दी. उन्होंने बताया कि उनके कार्यभार संभालने के बाद से ट्रस्टों को मिलने वाले दान में लगातार बढ़ोतरी हुई है और श्रद्धालु अब ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उदारतापूर्वक योगदान दे रहे हैं.

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ऑनलाइन दान में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी

बी.आर. नायडू के अनुसार, कुल प्राप्त दान में से 579.38 करोड़ रुपये ऑनलाइन और 339.20 करोड़ रुपये ऑफलाइन माध्यम से आए हैं. उन्होंने बताया कि अब अधिकतर दानदाता डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए योगदान देना पसंद कर रहे हैं. कई भक्त मंदिर के निर्माण कार्य, मशीनरी खरीद और तकनीकी विकास के लिए भी आर्थिक सहायता दे रहे हैं.

कौन-सा ट्रस्ट कितना अमीर हुआ

TTD से जुड़े कई ट्रस्टों में इस अवधि में उल्लेखनीय राशि जमा हुई. इनमें सबसे अधिक दान श्री वेंकटेश्वर अन्नदानम ट्रस्ट (SV Annadanam Trust) को मिला, जिसे करीब 339 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई. इसके बाद श्रीवाणी ट्रस्ट (Srivani Trust) को 252 करोड़ रुपये, और श्री बालाजी आरोग्य वरप्रसादिनी स्कीम (Sri Balaji Aarogya Varaprasadini Scheme) को 98 करोड़ रुपये का दान मिला.

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इसके अलावा, SV प्रणदान ट्रस्ट को लगभग 67 करोड़ रुपये, SV गोसंरक्षणा ट्रस्ट को 56 करोड़ रुपये, SV विद्यादानम ट्रस्ट को 33.47 करोड़ रुपये, BIRRD ट्रस्ट (Balaji Institute of Surgery, Research & Rehabilitation for the Disabled) को 30 करोड़ रुपये और SV सर्वश्रेयस ट्रस्ट को 20.46 करोड़ रुपये प्राप्त हुए.

साथ ही, SV वेद संरक्षण ट्रस्ट को 13.87 करोड़ रुपये, श्री वेंकटेश्वर भक्ती चैनल (SVBC) को 6.29 करोड़ रुपये और श्री वेंकटेश्वर इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SVIMS) को 1.52 करोड़ रुपये का दान मिला.

दानदाताओं के लिए बेहतर सुविधाओं पर जोर

नायडू ने बताया कि श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और उनकी आर्थिक सहभागिता को देखते हुए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी दानदाता को असुविधा या उपेक्षा का सामना न करना पड़े. मंदिर प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि उन्हें सम्मान, सुविधा और पारदर्शिता के साथ सेवा मिले.

तिरुपति मंदिर में आते हैं करोड़ों श्रद्धालु 

तिरुमला स्थित भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर दुनिया के सबसे समृद्ध और व्यस्ततम हिंदू तीर्थस्थलों में से एक है. हर साल यहां करीब तीन करोड़ श्रद्धालु देश-विदेश से दर्शन के लिए पहुंचते हैं. TTD के तहत कई धार्मिक और सामाजिक ट्रस्ट संचालित हैं, जो अन्नदान, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और वैदिक अध्ययन के संरक्षण जैसे कार्यों में सक्रिय हैं.

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