प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तेलंगाना में एक बड़े अवैध खनन मामले का खुलासा किया है. ये मामला BRS विधायक गुडेम महिपाल रेड्डी के भाई गुडेम मधुसूदन रेड्डी द्वारा संचालित 'संतोष सैंड एंड ग्रेनाइट सप्लाई' से जुड़ा है. एजेंसी का आरोप है कि आरोपियों ने अवैध रूप से सरकारी जमीन का खनन किया, जिससे सरकार को करीब 39.08 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ.
ईडी की जांच में पता चला है कि आरोपी ने आवंटित खदान क्षेत्र में निर्धारित मात्रा से अधिक खनन किया और सरकारी जमीन पर भी अवैध खनन किया, जिससे तेलंगाना सरकार को 39.08 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. एजेंसी का अनुमान है कि इस अवैध गतिविधि से आरोपियों ने लगभग 300 करोड़ रुपये की काली कमाई की.
जांच के दौरान ईडी ने कई संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए हैं जो कथित तौर पर मधुसूदन रेड्डी के बेनामी हैं. हालांकि, ये संपत्तियां दूसरों के नाम पर दर्ज हैं, लेकिन वास्तविक लाभार्थी मधुसूदन रेड्डी ही हैं.
ईडी ने बताया कि संतोष सैंड एंड ग्रेनाइट सप्लाई को मिला खनन लाइसेंस सरकारी नियमों के खिलाफ जीवीआर एंटरप्राइजेज को सब-कॉन्ट्रैक्ट के रूप में दे दिया गया, जबकि सब-कॉन्ट्रैक्टिंग पूरी तरह प्रतिबंधित है. अवैध रूप से निकाले गए खनिज को नकद में बेचा गया और उस पैसे से संपत्तियां खरीदी गईं.
81 बेनामी संपत्तियां जब्त
ईडी ने अपराध की आय मानते हुए 78.93 करोड़ रुपये मूल्य की 81 बेनामी संपत्तियां और 1.12 करोड़ रुपये के फिक्स्ड डिपॉजिट अटैच कर लिए हैं.
गौरतलब है कि पटनचेरू से बीआरएस टिकट पर विधायक बने गुडेम महिपाल रेड्डी ने ईडी की छापेमारी के बाद कांग्रेस पार्टी जॉइन कर ली थी.
अब्दुल बशीर