'फिर मैं डिक्टेटर बन जाऊंगा'... जानिए क्यों मुख्यमंत्री स्टालिन ने कर्मचारियों को दी वॉर्निंग

एमके स्टालिन ने जिला कलेक्टरों और एसपी के सम्मेलन को संबोधित करते हुए तमिलनाडु में ड्रग्स की तस्करी को रोकने और इसमें शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. सीएम स्टालिन ने कहा कि नशा हमारे बच्चों और पूरे समाज के भविष्य को खराब कर रहा है. ऐसे में इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.

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तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन

प्रमोद माधव

  • चेन्नई,
  • 11 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 1:33 PM IST

तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने अधिकारियों से कहा कि उन्हें नरम मुख्यमंत्री न समझा जाए. वे सिर्फ ईमानदारों के लिए नरम हैं. अगर कोई अधिकारी ड्रग्स पैडलिंग में शामिल मिलता है, तो वे उसके लिए तानाशाह बन जाएंगे. दरअसल, मुख्यमंत्री स्टालिन ड्रग्स को लेकर अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे. 

एमके स्टालिन ने जिला कलेक्टरों और एसपी के सम्मेलन को संबोधित करते हुए तमिलनाडु में ड्रग्स की तस्करी को रोकने और इसमें शामिल लोगों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. सीएम स्टालिन ने कहा कि नशा हमारे बच्चों और पूरे समाज के भविष्य को खराब कर रहा है. ऐसे में इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. 

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उन्होंने कहा, हर जिले में डीएसपी की अध्यक्षता में एक नारकोटिक्स इंटेलिजेंस ब्यूरो खुलेगा. हमें पड़ोसी राज्यों से आने वाले ड्रग्स को रोकना है और ऐसे कामों में शामिल लोगों की लिस्ट बनानी चाहिए और इसे समाज के सामने लाना चाहिए. उन्होंने कहा, मैं फिर कह रहा हूं कि पुलिस विभाग का कोई भी अधिकारी इन गलत कामों में शामिल नहीं होना चाहिए.

स्टालिन ने कहा, ड्रग्स की तस्करी में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्तियां जब्त करने में तेजी लाना चाहिए. उन्होंने कहा, नशीली दवाओं की तस्करी में शामिल लोगों की जमानत का विरोध करने के लिए NDPS एक्ट की धारा 37 का इस्तेमाल करना चाहिए. इतना ही नहीं उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्कूल और कॉलेज के छात्रों को ड्रग्स बेचने वालों के खिलाफ NDPS अधिनियम की धारा 32 बी (डी) का इस्तेमाल करें. 

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