तमिलनाडु के करूर में शनिवार को तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) प्रमुख विजय की चुनावी रैली के दौरान भगदड़ मचने से महिलाओं और बच्चों समेत 38 लोगों की मौत हो गई. विजय जब रैली को संबोधित कर रहे थे, तब भीड़ बढ़ती गई और बेकाबू हो गई. टीवीके कार्यकर्ताओं और कुछ बच्चों सहित कई लोग बेहोश होकर गिर पड़े.
टीवीके कार्यकर्ताओं ने भारी भीड़ के कारण लोगों की तबीयत बिगड़ने पर शोर मचाया. विजय का भी ध्यान इसकी ओर गया और उन्होंने अपना भाषण रोक दिया. वह कैम्पेन बस के ऊपर खड़े थे और पानी की बोतलें कार्यकर्ताओं की ओर फेंकीं. एम्बुलेंस को भीड़-भाड़ वाली सड़क से होते हुए घटनास्थल तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ी.
विजय को अपने कार्यकर्ताओं से एम्बुलेंस के लिए रास्ता बनाने का अनुरोध करते सुना गया. इस बीच विजय के पास खबर पहुंची कि एक 9 साल की बच्ची भीड़ में गायब हो गई है. विजय ने पुलिस से बच्ची को ढूंढने में मदद करने की अपील की. बेहोश हुए लोगों को एम्बुलेंस से पास के अस्पतालों में ले जाया गया.
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करूर के डीएमके विधायक सेंथिल बालाजी ने बताया कि भगदड़ में घायल हुए 46 लोगों को निजी अस्पताल में और 12 लोगों को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से कुछ की हालत नाजुक बनी हुई है और मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है. सेंथिल बालाजी और करूर जिला कलेक्टर ने स्थिति का जायजा लेने के लिए अस्पतालों का दौरा किया.
विजय की करूर रैली की जो तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं, उनमें सड़क के दोनों ओर बहुत कम जगह में हजारों लोग ठसाठस भरे दिखाई दे रहे हैं, जबकि विजय का कैम्पेन बस बीच से गुजर रहा है. विजय जब रैली को संबोधित कर रहे थे, तब भी भीड़ बढ़ती गई. लोग गर्मी, उमस और घुटन के कारण बेहोश होने लगे. देखते-देखते भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत वरिष्ठ नेताओं ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने कहा कि उन्होंने पीड़ितों के लिए तत्काल चिकित्सा सहायता का निर्देश दिया है. स्थानीय डीएमके विधायक सेंथिल बालाजी ने बताया कि अब तक 38 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, भगदड़ में घायल हुए 46 लोगों को प्राइवेट हॉस्पिटल और 12 घायलों को सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
प्रमोद माधव / नागार्जुन / अनघा