बिहार में तेजस्वी की RJD को सबसे ज्यादा वोट, फिर भी मिली 4 सीट...BJP, जदयू का वोट शेयर घटा

लोकसभा चुनाव में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जमकर प्रचार-प्रसार किया, लेकिन उन्हें उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिली. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन तेजस्वी यादव की पार्टी को बस 4 सीटों पर ही जीत मिली.

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RJD के वोट शेयर में बढ़ोतरी RJD के वोट शेयर में बढ़ोतरी

नितेश कुमार तिवारी

  • नई दिल्ली,
  • 06 जून 2024,
  • अपडेटेड 11:10 PM IST

लोकसभा चुनाव में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जमकर प्रचार-प्रसार किया, लेकिन उन्हें उम्मीद के मुताबिक सीटें नहीं मिली. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन तेजस्वी यादव की पार्टी को बस 4 सीटों पर ही जीत मिली. हालांकि, तेजस्वी ने 250 से अधिक रैलियां की, रोड शो किया, जनसभाएं की, लेकिन उनकी पार्टी को मिले वोट सीटों में तब्दील नहीं हो पाए. RJD को बिहार में 22.14% वोट मिले. लोकसभा चुनाव 2019 की तुलना में इसमें 6 फीसदी का सुधार देखा गया है. 2019 में RJD को 15.7% वोट मिले थे. लेकिन उसे एक भी सीट नसीब नहीं हुई थी. 

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स्थानीय सांसद से नाराजगी के बाद भी BJP को वोट
राजनीतिक पंडित मानते हैं कि भले ही बिहार में लोकसभा चुनाव में सबसे ज्याद वोट मिलने के बाद भी RJD इसे सीटों में नहीं बदल पाई, लेकिन 2025 के विधानसभा चुनाव नतीजों में इसका असर देखने को मिल सकता है. क्योंकि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के मुद्दे अलग होते हैं. जनता इस बार बेशक स्थानीय संसाद से नाराज रही, लेकिन उसने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट किया. इसका साफ असर भाजपा-जेडी(यू) को मिले सीटों से समझा जा सकता है. 

इन सीटों पर RJD को मिली जीत 
वोट शेयर के लिहाज से RJD बिहार में सबसे बड़ी पार्टी है. RJD को इस बार बक्सर, पाटलिपुत्र, जहांनाबाद और औरंगाबाद लोकसभा सीटों पर जीत मिली है. बक्सर से सुधाकर सिंह, पाटलिपुत्र से मीसा भारती, जहांनाबाद से सुरेंद्र यादव और औरंगाबाद से अभय कुशवाहा ने आरजेडी के टिकट पर जीत हासिल की है.

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बिहार की कुल 40 सीटों की बात करें तो NDA को 30 सीटें मिली हैं, बाकी के 9 सीटों पर INDIA ब्लॉक ने जीत हासिल की है. 1 सीट निर्दलीय पप्पू यादव को मिला है. NDA ने भले ही 30 सीटों पर जीत दर्ज की है, लेकिन उसके वोट शेयर में गिरावट देखी गई है. NDA के उम्मीदवारों के जीत का मार्जिन इस बार बहुत कम रहा है.

NDA के वोट शेयर में गिरावट
NDA के वोट शेयर की बात करें तो इसमें गिरावट देखी गई. भाजपा को इस बार लोकसभा चुनाव में 20.5% वोट मिला, यह 2019 की तुलना में 3.5% कम है. जेडी(यू) के वोट शेयर में 3.75% की गिरावट आई, पार्टी को इस बार लगभग 18.52% वोट मिले.

लोजपा ने इस बार पांच ही सीट पर चुनाव लड़ा था और उसे पांचों सीट पर जीत मिली. लेकिन फिर भी LJP के वोट शेयर में गिरावट देखी गई, LJP का वोट शेयर इस बार 6.5% रहा. 2019 में पार्टी का वोट शेयर 8% था. LJP ने 2019 में 6 सीटों पर चुनाव लड़ा था. उसे पूरे 6 सीटों पर जीत मिली थी. 

कांग्रेस ने 2019 की तरह इस बार भी राजद के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा. इस बार के चुनाव में कांग्रेस के वोट शेयर में भी मामूली सुधार देखा गया. कांग्रेस का वोट शेयर 2019 में 7.9% था, जो इस बार 9.2% हो गया.

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बिहार में इस बार जेडी(यू) का प्रदर्शन भाजपा से बेहतर रहा है. जेडी(यू) ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि उसे 12 सीटों पर जीत मिली. भाजपा ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा था, पार्टी ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है. जेडी(यू) का वोट शेयर भाजपा की तुलना में कम रहा है.

प्रमुख पार्टियों के वोट शेयर

आरजेडी-22.14%
बीजेपी-20.52%
जेडी(यू)-18.52%
कांग्रेस-9.20%
एलजेपीआरवी-6.74
सीपीआई-(एमएल)(एल)2.99%
बीएसपी-1.75%
सीपीआई-1.30%
नोटा-2.07%
अन्य-13.27%

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