देशभर में आज रामनवमी का त्योहार धूमधाम से मनायाजा रहा है. अयोध्या, काशी, दिल्ली, नागपुर, कोलकाता समेत देश के अलग-अलग शहरों में सुबह से ही देवालयों में दर्शन-पूजन के लिए राम भक्तों का पहुंचना जारी है. उत्तर प्रदेश के अयोध्या में रामनवमी के मौके पर आयोजित होने वाले भव्य समारोह के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
रामनगरी को फूल-पत्तियों और रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है. श्रीराम जन्मभूमि के मुख्य द्वार और राम मंदिर को भी रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है. कोलकाता में पांच बड़े जुलूसों सहित 50 से अधिक रामनवमी जुलूस निकाले जाने की संभावना है, जिसके मद्देनजर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है. मिश्रित आबादी वाले यूपी के 42 शहरों में रामनवमी को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.
इन जिलों में अतिरिक्त पुलिस बलों की तैनाती की गई है. पुलिस के बड़े अधिकारियों ने फ्लैग मार्च निकालकर लोगों में भरोसा जगाने की कोशिश की है. रामनवमी के लिहाज से पश्चिम बंगाल भी एक बेहद संवेदनशील राज्य है. यहां पिछले कुछ वर्षों में अलग-अलग शहरों में रामनवमी के मौके पर सांप्रदायिक तनाव देखने को मिला है.
इस लिहाज से सुरक्षा को लेकर बंगाल पुलिस अलर्ट मोड में है. शांति सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए रामनवमी समारोह से पहले मुंबई में 13,500 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र महीने के नौवें दिन (नवमी) यह त्योहार मनाया जाता है. हिंदू ग्रंथों और पुराणों के मुताबिक भगवान राम के जन्म इसी दिन हुआ था, इसीलिए इसे रामनवमी कहा जाता है.
इस दिन आम तौर पर बड़ी संख्या में हिंदू श्रद्धालु धार्मिक जुलूस निकालते हैं और मंदिरों में पूजा-अर्चना करते हैं. भगवान राम का जन्मस्थान होने के चलते अयोध्या में रामनवमी पर राम भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है. राम मंदिर बनने के बाद यह संख्या और बढ़ गई है. आईजी अयोध्या रेंज प्रवीण कुमार ने बताया कि अयोध्या को अलग-अलग जोन और सेक्टर में बांटा गया है. श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए भारी वाहनों को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से भेजा जाएगा. सुरक्षा व्यवस्था संभालने के लिए पीएसी और सिविल पुलिस के साथ अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है. वहीं, सरयू नदी के आसपास एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जल पुलिस भी अलर्ट पर है.
अयोध्या मंडल के आयुक्त गौरव दयाल ने बताया कि रामनवमी पर्व पर अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के सकुशल दर्शन-पूजन के लिए प्रशासन की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. राम मंदिर के लिए सभी स्पेशल पास सुबह 9 बजे से दोपहर तक व्यस्त समय के दौरान रद्द रहेंगे और मंदिर में रामलला के दर्शन के लिए नियमित तीर्थयात्रियों को प्राथमिकता दी जाएगी. श्रद्धालुओं को गर्मी और धूप से बचाने के लिए राम मंदिर और हनुमान गढ़ी सहित प्रमुख स्थलों पर टेंट और मैट की व्यवस्था की गई है. सभी प्रमुख स्थलों पर ठंडा पेयजल उपलब्ध रहेगा. गर्मी को देखते हुए सभी अधिकारियों तथा मेला क्षेत्र के सभी अस्थायी स्वास्थ्य केन्द्रों पर ओआरएस घोल उपलब्ध रहेंगे.
इधर, कोलकाता शहर में अतिरिक्त 5,000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है. राज्य भर में हावड़ा, सिलीगुड़ी, मालदा, मुर्शिदाबाद, कूचबिहार, इस्लामपुर, आसनसोल-दुर्गापुर, बैरकपुर और चंदननगर सहित कम से कम 10 जिलों को संवेदनशील मानते हुए, रामनवमी के लिए यहां सुरक्षा व्यवस्था के विशेष इंतजाम किए गए हैं. बिहार के भागलपुर में रामनवमी जुलूस के दौरान डीजे बजाने पर पाबंदी है. प्रशासन ने कहा है कि आदेश न मानने पर पुलिस डीजे जब्त कर लेगी. रामनवमी पर झारखंड के कई प्रमुख शहरों में भी पुलिस अलर्ट मोड में है ताकि उपद्रवियों को माहौल बिगाड़ने का कोई मौका न मिल सके. सीएम हेमंत सोरेन ने रामनवमी पर राज्य में बाइक रैली की नई परंपरा पर रोक लगाने का आदेश दिया है.
हैदराबाद में पुलिस ने रामनवमी जुलूस में डीजे पर बैन लगा दिया है. इस आदेश को लेकर बीजेपी नेता टी राजा सिंह बिफर गए हैं. उन्होने कहा, 'मुझे अभी लोकल पुलिस से पता चला की हम DJ नहीं ले जा सकते. इस पर मैं कहूंगा, आपमें रोकने का दम है तो रोक कर दिखाइए, इस बार हम और ज्यादा बड़ी शोभा यात्रा निकालेंगे, अरे हम 2010 में नहीं रुके. CM भी खुद सड़क पर उतर कर शोभा यात्रा रोकने आएंगे तो भी शोभा यात्रा नहीं रुकने वाली.' मध्य प्रदेश के छतरपुर में रामनवमी पर बड़ा जुलूस निकलता है. पुलिस ने इस जुलूस को सुरक्षा देने के लिए 500 जवान तैनात किए हैं. साथ ही जुलूस जिन रास्तों से गुजरेगा, उन पर पड़ने वाले सभी घरों की छतों की मैपिंग की गई है कि ईंट-पत्थर तो नहीं रखे गए हैं.
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