पिछले दिनों राजस्थान (Rajasthan) के जैसलमेर से पुलिस ने एक सरकारी कर्मचारी और कांग्रेस के सीनियर नेता के पूर्व निजी सहायक को पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के लिए कथित तौर पर जासूसी करने के आरोप में हिरासत में लिया गया था, जिसे अब गिरफ्तार कर लिया गया है. उस पर यह भी आरोप है कि वह 6-7 बार पाकिस्तान जा चुका है. राजस्थान सीआईडी और जयपुर से आई खुफिया विशेष टीमों ने जैसलमेर के शकूर खान नाम के आरोपी को सरकारी विभाग कार्यालय से हिरासत में लिया गया था.
आज यानी मंगलवार को जब उसे जयपुर की कोर्ट में पेश किया गया, तो गद्दार के नारे लगाए गए. कोर्ट परिसर में मौजूद वकीलों ने आरोपी के खिलाफ गोली मारने के नारे लगाए.
कौन है शकूर खान?
शकूर ख़ान जैसलमेर में रोज़गार विभाग में एक कर्मचारी है और पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद का सारा काम देखता था. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान इसकी ड्यूटी जैसलमेर के कंट्रोल रूम में थी. पूर्व मंत्री के सालेह मोहम्मद फ़िलहाल हज के दौरे पर है. अधिकारियों ने बताया कि शकूर खान जैसलमेर का रहने वाला है, जो मौजूदा वक्त में रोजगार ऑफिस में कार्यरत है.
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चार दिनों की हिरासत के दौरान पूछताछ के बाद ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट के तहत गिरफ़्तार कर लिया गया है. इंटेलिजेंस एजेंसी के जॉइंट इंटेरोगेशन के बाद ये पता चला है कि शकूर ख़ान भारत से निष्कासित पाकिस्तानी एम्बेसी के कर्मचारी दानिश के साथ लगातार संपर्क में था. शकूर ख़ान के मोबाइल से बहुत सारे नंबर बरामद हुए हैं, जो पाकिस्तानी इंटेलिजेंस अधिकारियों के हैं. शकूर ख़ान के मोबाइल से भारतीय सेना और वायुसेना के बारे में अहम जानकारी पाकिस्तान भेजे जाने के सुबूत मिले हैं.
'भारत के साथ देशद्रोह...'
राजस्थान सरकार में मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा, "सालेह मोहम्मद कांग्रेस के पूर्व मंत्री थे. वे जैसलमेर से आते हैं, उनके PA ने पाकिस्तान को सूचना भेजी, जिसको अब गिरफ्तार किया गया है. ये तो देशद्रोह का काम है. पूर्व मंत्री ने अभी तक कोई बयान नहीं दिया है, इसलिए पूर्व मंत्री भी संदेह के घेरे में आ रहे हैं. भारत के साथ देशद्रोह करना कहीं से भी बर्दाश्त के लायक नहीं है."
शरत कुमार