चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को कारण बताओ नोटिस भेजा है. ये नोटिस उनके 'पनौती' और 'जेबकतरे' वाले बयान पर जारी किया गया है. उन्होंने पीएम मोदी को निशाना बनाते हुए ये बयानबाजी की थी. अब चुनाव आयोग ने उनको नोटिस जारी करते हुए शनिवार शाम तक जवाब मांगा है.
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग से राहुल गांधी की शिकायत की थी. इसमें कहा गया था कि सीनियर नेता का इस तरह का बयान देना अशोभनीय है.
अब चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को आदर्श आचार संहिता का हवाला देते हुए कहा है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी पर इस तरह के असत्यापित आरोप नहीं लगाए जा सकते. राहुल गांधी ने राजस्थान में जनसभा करते हुए ये बयान दिया था.
दरअसल, राहुल गांधी जनसभा में PM मोदी का जिक्र कर निशाना साध रहे थे. इसी दौरान जनसभा में कुछ लोग पनौती-पनौती चिल्लाने लगे. इस पर राहुल बोले, 'अच्छा भला हमारे लड़के वहां वर्ल्ड कप जीत जाते, लेकिन पनौती ने हरवा दिया. टीवी वाले ये नहीं कहेंगे. लेकिन जनता जानती है.'
वहीं बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने X पर लिखा कि कुछ गैर-जिम्मेदार लोग, जो क्रिकेट विश्व कप फाइनल में भारत की हार पर सार्वजनिक रूप से दुखदायी खुशी मना रहे हैं, उनका बहुत ही जिम्मेदार बयान है, जनता अच्छी तरह से जानती है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी जी से नफरत क्यों करते हैं. इसलिए मैं आगे नहीं बताऊंगा.
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा था कि देश की जनता इसे माफ नहीं करेगी. शिवराज ने कहा था कि उस दिन पूरा देश, देशभक्ति के जुनून से भरा था और चाहता था कि भारत क्रिकेट वर्ल्डकप का फाइनल जीते. उन्होंने आरोप लगाया कि अगर प्रधानमंत्री मोदी वहां जाते हैं तो यह हमारे लिए गर्व की बात है. लेकिन कांग्रेस के लोग प्रधानमंत्री मोदी से इतने डरते हैं और उनके प्रति इतनी नफरत रखते हैं कि जब भारत मैच हारता है तो वे जश्न मनाते हैं.
पॉलोमी साहा