दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी द्वारा दायर उन याचिकाओं पर CBI और ED से जवाब मांगा, जिनमें उन्होंने अपने खिलाफ चल रहे तीन भ्रष्टाचार मामलों को एक अलग जज को ट्रांसफर करने की मांग की है.
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी ने स्पेशल जज विशाल गोगने पर पक्षपाती (Bias) होने का आरोप लगाते हुए मामलों को स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है.
राबड़ी देवी के खिलाफ तीन मामले चल रहे हैं, जो लैंड-फॉर-जॉब्स और IRCTC घोटाला से जुड़े हैं. इनमें से दो मामलों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा की जा रही है. एक मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) द्वारा की जा रही है.
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जज गोगने के समक्ष लंबित अन्य महत्वपूर्ण मामले
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश दिनेश भट्ट की अदालत ने CBI और ED को नोटिस जारी कर 6 दिसंबर तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है. फिलहाल, केवल IRCTC से जुड़े CBI मामले के संबंध में ही नोटिस जारी किया गया है.
राबड़ी देवी ने जज विशाल गोगने के समक्ष लंबित कुल चार मामलों को स्थानांतरित करने की मांग की है, जिसमें लैंड-फॉर-जॉब्स मामले से संबंधित कार्यवाही भी शामिल है. यह जानना महत्वपूर्ण है कि जज विशाल गोगने वही न्यायाधीश हैं जिन्होंने IRCTC मामले में लालू यादव और अन्य के खिलाफ पहले ही आरोप तय किए थे.
यादव परिवार के खिलाफ लैंड-फॉर-जॉब्स मामले की भी सुनवाई कर रहे हैं. सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य से जुड़े नेशनल हेराल्ड मामले की सुनवाई भी उन्हीं के समक्ष लंबित है.
सृष्टि ओझा