डूबा रही है रावी, सतलज बनी समंदर... पंजाब की कहानी, पानी-पानी जिंदगानी- देखें Videos

राज्य में स्कूल और कॉलेजों की छुट्टियां तीन सितंबर से बढ़ाकर सात सितंबर कर दी गई है. पंजाब के गवर्नर पठानकोट पहुंच गए हैं. उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया. पठानकोट दरअसल पंजाब के सबसे प्रभावित जिलों में से एक है. पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर और पठानकोट में ज्यादा नुकसान हुआ है.

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पंजाब में बाढ़ से भयंकर तबाही (Photo:AFP) पंजाब में बाढ़ से भयंकर तबाही (Photo:AFP)

कमलजीत संधू

  • पंजाब,
  • 04 सितंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:31 AM IST

पंजाब के सभी 23 जिले बाढ़ से जूझ रहे हैं. इन जिलों के 1655 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. राज्य में बाढ़ से अब तक 37 लोगों की मौत की खबर है. तकरीबन साढ़े तीन लाख लोग बाढ़ प्रभावित बताए जा रहे है.

पंजाब में बाढ़ से हालात बेहद खराब होने शुरू हो गए है, जिसके बाद सरकार ने पंजाब के सभी 23 जिलों के 1600 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ गए है. हालात को देखते हुए पंजाब सरकार ने पूरे राज्य को आपदा प्रभावित घोषित किया है. दूसरी ओर बाढ़ की स्थिति को देखते हुए पंजाब के सभी सरकारी/सहायता प्राप्त/मान्यता प्राप्त और निजी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय और पॉलिटेक्निक 7 सितंबर 2025 तक बंद का ऐलान कर दिया गया है. 

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बाढ़ से बड़े पैमाने पर खेती को नुकसान पहुंचा है. 1.75 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में फैली फसल बर्बाद हो गई है. कुल मिलाकर 3.55 लाख से अधिक लोग बाढ़ से सीधे तौर पर प्रभावित हुए हैं. वहीं, 19474 लोगों को बचाया गया है.

पंजाब के फरीदकोट के कई गांव और निचले इलाकों में बारिश का पानी जमा हो रहा है. पिछले एक हफ्ते के भीतर फरीदकोट के कई इलाकों में बारिश की वजह से मकान गिर रहे है. करीब 6 घरों की छतें बारिश की वहज से गिर गई है. आज फरीदकोट के कोटकपूरा के जैतो रोड पर भी भारी बारिश के कारण एक गरीब मजदूर के घर की छत गिर गई. हालांकि इस घटना में परिवार बाल-बाल बच गया लेकिन उनका घरेलू सामान क्षतिग्रस्त हो गया और प्रभावित परिवार समेत इलाके के लोगों ने प्रशासन और सरकार से मुआवजे की मांग की है.

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पंजाब के गवर्नर ने पठानकोट में  बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा  किया. उन्होंने कहा कि पंजाब के सभी जिलो में सबसे ज्यादा पठानकोट, गुरदासपुर औक अमृतसर जिला प्रभावित हुआ है, जिसमें रावी दरिया ने इन जिलों को काफी प्रभावित किया है. लोग बाढ़ की चपेट में आने के कारण घर से बेघर हो चुके हैं. सबसे ज्यादा तबाही पठानकोट के केजुलटी जिले में हुई है. वहीं, पठानकोट जिले के सबसे ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और पंजाब के प्रभावित जिलों की डिटेल केंद्र सरकार को भेज दी गई है. 

सतलुज और घग्गर नदी उफान पर बताई जा रही है. माधोपुर हैडवर्क से पानी छोड़ने पर रावी का जलस्तर दोबारा बढ़ गया. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का कहना है कि पानी का स्तर घटने के बाद हुए नुकसान का आकलन किया जाएगा.  अधिकारियों का भी कहना है कि पानी का स्तर घटने के बाद ही इन्फ्रास्ट्रक्चर और वित्तीय नुकसान का सटीक पता लगाया जा सकेगा. लेकिन अभी हजारों करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है.

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