अमरनाथ तीर्थयात्रियों के लिए एक और गुड न्यूज है. सरकार ने यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर फ्री इंटरनेट की व्यवस्था की है. ताकि यात्रा के दौरान भी श्रद्धालु अपने परिवार से जुड़े रहें. शनिवार को यहां जम्मू स्मार्ट सिटी लिमिटेड (जेएससीएल) ने बेस कैंप भगवती नगर समेत तीन महत्वपूर्ण स्थानों पर वाईफाई जोन इंस्टॉल किए हैं.
इसके अलावा, दो अन्य जगहों पर भी वाईफाई जोन इंस्टॉल किए गए हैं. इनमें जम्मू रेलवे स्टेशन और मुख्य बस स्टैंड भी शामिल है. संचार सेवा से जुड़े अफसर ने बताया कि शहर में स्मार्ट सिटी योजना के तहत पहले से ही दो दर्जन से ज्यादा जगहों पर वाईफाई सेवाओं को शुरू करने का प्लान है. इनमें ये तीन स्थान ऐसे हैं, जहां पर्यटकों के अलावा छात्रों और व्यापार से जुड़ी एक्टिविटी ज्यादा रहती है.
एक बार में 500 MB तक डाटा मिलेगा
जम्मू शहर में स्मार्ट सिटी विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन के लिए जम्मू और कश्मीर सरकार द्वारा अगस्त 2017 में गठित एक विशेष प्रयोजन वाहन JSCL ने पिछले साल नवंबर में 20 और स्थानों पर वाईफाई हॉटस्पॉट स्थापित करने के लिए सेवा प्रदाता LMES के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. अधिकारियों ने कहा कि कोई भी उपयोगकर्ता सार्वजनिक वाईफाई सुविधा का लाभ उठा सकता है. यहां यात्री एक बार के पासवर्ड के जरिए लॉगिन और सत्यापन के बाद 500 एमबी तक मुफ्त इंटरनेट डाटा यूज कर सकेंगे.
तीर्थयात्रियों ने खुशी जताई
जम्मू में डेरा डाले हुए अमरनाथ तीर्थयात्रियों ने इस सुविधा का स्वागत किया है और कहा है कि इससे वे अपने परिवारों के साथ जुड़े रह सकेंगे. तीर्थयात्री अर्जुन कुमार ने कहा- केंद्र शासित प्रदेश में प्रवेश करने के बाद जम्मू-कश्मीर में प्रीपेड मोबाइल सिम कनेक्शन काम नहीं कर रहे हैं. सरकार द्वारा वाईफाई की सुविधा देना एक स्वागत योग्य कदम है.
6 काउंटर पर तत्काल रजिस्ट्रेशन हो रहे
इस बीच, देश के विभिन्न हिस्सों से जम्मू पहुंचने वाले अमरनाथ तीर्थयात्रियों ने अपने सरल तरीके से रजिस्ट्रेशन की सुविधा के लिए कई और काउंटर खोलने की मांग की है. बता दें कि अभी साधुओं के लिए एक और आम श्रद्धालुओं के लिए 5 काउंटर पर तत्काल रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं. अभी वैष्णवी धाम, महाजन सभा, पंचायत घर और दो गीता भवन और राम मंदिर में रजिस्ट्रेशन काउंटर हैं. जबकि सरस्वती धाम में तीर्थयात्रियों की सुविधा और भीड़ प्रबंधन के लिए एक टोकन काउंटर भी स्थापित किया गया है. हालांकि, कई तीर्थयात्रियों ने घंटों लंबी कतारों में खड़े रहने की शिकायत की है.
43 दिन तक चलेगी अमरनाथ यात्रा
बता दें कि दक्षिण कश्मीर में अमरनाथ यात्रा 30 जून को शुरू हो गई है. ये यात्रा 43 दिन तक चलेगी और 11 अगस्त को समाप्त होगी. श्रद्धालु 3,880 मीटर ऊंची पवित्र गुफा में दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं. अमरनाथ यात्रा दो मार्गों से शुरू हुई है. इसमें दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर की नूनवान और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर छोटी बालटाल शामिल है.
उपायुक्त ने व्यवस्थाओं की जानकारी ली
वहीं, उपायुक्त जम्मू अवनी लवासा ने शनिवार को यात्रा की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के लिए जम्मू रेलवे स्टेशन का औचक निरीक्षण किया. उपायुक्त ने रेलवे स्टेशन परिसर के भीतर पर्यटक रेलवे केंद्र भवन में स्थापित आरएफआईडी केंद्र का दौरा किया. उन्होंने जिला प्रशासन द्वारा स्थापित स्वयंसेवी सहायता डेस्क के अलावा, रेलवे स्टेशन में विभिन्न स्थानों पर सरकारी रेलवे पुलिस द्वारा स्थापित काउंटर और हेल्प डेस्क का भी निरीक्षण किया. उपायुक्त ने रेलवे स्टेशन, वैष्णवी धाम और पंचायत भवन में टोकन और रजिस्ट्रेशन सेवाओं सहित सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की.
हवाई सेवा: दर्शन कर एक ही दिन में वापस आ सकते
बाबा बर्फानी के भक्तों के लिए अमरनाथ यात्रा सुगम बनाने में इस साल हवाई सेवा अहम होगी. पहली बार श्रीनगर से पंचतरणी तक हेलिकॉप्टर सेवा शुरू की जा रही है. इससे अमरनाथ यात्री एक ही दिन में बाबा बर्फानी के दर्शन कर श्रीनगर लौट सकेंगे. अब शिव भक्त हवाई सेवा के लिए श्राइन बोर्ड की वेबसाइट पर जाकर टिकट बुक करवा सकते हैं. पहली बार श्रद्धालु आसानी से श्रीनगर से पंचतरणी तक यात्रा कर सकेंगे.
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