कोलकाता कांडः पुलिस मुख्यालय के बाहर डॉक्टर्स का धरना खत्म, बोले- विरोध जारी रहेगा

पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना दे रहे कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के डॉक्टर्स ने मंगलवार को प्रदर्शन रोकने का फैसला लिया. उन्होंने कहा कि वे पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना नहीं करेंगे लेकिन उनका समग्र विरोध जारी रहेगा.

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जूनियर डॉक्टरों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना खत्म किया. PTI जूनियर डॉक्टरों ने पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना खत्म किया. PTI

इंद्रजीत कुंडू

  • नई दिल्ली,
  • 03 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 5:41 PM IST

पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना दे रहे कोलकाता के आरजी कर अस्पताल के डॉक्टर्स ने मंगलवार को प्रदर्शन रोकने का फैसला लिया. उन्होंने कहा कि वे पुलिस मुख्यालय के बाहर धरना नहीं करेंगे लेकिन उनका समग्र विरोध जारी रहेगा.

सोमवार को निकाला था विरोध मार्च

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुए लेडी डॉक्टर रेप-मर्डर केस में इंसाफ की मांग करते हुए जूनियर डॉक्टरों ने सोमवार को एक विरोध मार्च निकाला था. इसमें विभिन्न मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर शामिल हुए. कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार तक निकाली गई इस रैली में डॉक्टरों ने पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग की है. 

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डॉक्टर्स का क्या है आरोप

उनका कहना है कि 14 अगस्त को मेडिकल कॉलेज में हुई हिंसा के दौरान पुलिस ने लापरवाही की है. इस रैली को बीच में ही रोकने के लिए कोलकाता पुलिस ने बीबी गांगुली स्ट्रीट पर बैरिकेडिंग लगा दी. इसके बाद प्रदर्शन में भाग लेने वाले डॉक्टरों ने कहा कि उनकी रैली शांतिपूर्ण है. उनके प्रतिनिधि पुलिस कमिश्नर से मिलना चाहते हैं. उन्होंने मांग की कि रैली को पुलिस मुख्यालय की ओर आगे बढ़ने दिया जाए, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया. इसके बाद आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टर सड़क पर ही बैठ गए और पुलिस विरोधी नारे लगाने लगे.

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आंदोलनकारी डॉक्टरों ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में लेडी डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या करने वाले अपराधियों के लिए कड़ी सजा की मांग करते हुए नारे भी लगाए. उनका आरोप है कि 9 अगस्त को हुई इस वारदात की जांच के दौरान पुलिस ने पर्याप्त कदम नहीं उठाए. यही वजह है कि हाई कोर्ट को इस केस की जांच सीबीआई को सौंपनी पड़ी. इतना ही नहीं मेडिकल कॉलेज में हुई हिंसा और तोड़फोड़ के दौरान भी पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए.

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उधर, बंगाल विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र के आखिरी दिन आज एंटी रेप बिल पारित हो गया. इससे पहले बनर्जी सरकार ने इस बिल अपराजिता महिला एवं बाल (पश्चिम बंगाल आपराधिक कानून संशोधन) 2024 को विधानसभा में पेश किया था. 

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