बंगाल हिंसा पर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट, ममता सरकार को बताया फेल

पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव 2021 में तृणमूल कांग्रेस की जीत हुई थी. इसके बाद राज्य में हिंसक घटनाएं हुई थीं. इसपर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने रिपोर्ट दी है.

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पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल फोटो) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (फाइल फोटो)

जितेंद्र बहादुर सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 29 जून 2021,
  • अपडेटेड 1:25 PM IST
  • पश्चिम बंगाल हिंसा पर फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट तैयार
  • रिपोर्ट में राज्य की ममता सरकार को हिंसा रोकने में फेल बताया गया

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद जो हिंसा हुई उसपर सिविल सोसायटी ग्रुप ने रिपोर्ट तैयार कर ली है. पांच सदस्यीय कमेटी ने मंगलवार को रिपोर्ट गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी को सौंप दी. इस रिपोर्ट की कुछ बड़ी बातें सामने आई हैं, जिसमें से एक यह भी है कि रिपोर्ट में ममता बनर्जी की सरकार को हिंसा रोकने में फेल बताया गया है.

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इस कमेटी ने क्या फाइंडिंग की है उस पर एक नजर डालते हैं. कमेटी के सदस्यों ने 63 पेज की एक रिपोर्ट तैयार की है. इस रिपोर्ट को तैयार करने के लिए टीम पश्चिम बंगाल गई थी, जहां से 200 से ज्यादा तस्वीरें, करीब 50 से ज्यादा वीडियो एनालिसिस करके यह रिपोर्ट तैयार की गई है. इतना ही नहीं, यह टीम ग्राउंड पर लोगों से भी मिली है.

फैक्ट फाइंडिंग कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी

बंगाल हिंसा पर पांच सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट ने क्या कहा

  1. कमेटी ने पाया है कि राज्य सरकार नागरिको के मूल अधिकार के संरक्षण में पूरी तरीके से फेल रही
  2. चुनाव के बाद हुई हिंसा संगठित हिंसा ( प्रीमेडिटेटेड हिंसा) थी
  3. जो निर्दोष लोगों पर अटैक कर रहे थे वो क्रिमिनल, माफ़िया डॉन, पुलिस रिकॉर्ड में सब क्रिमिनल
  4. एक खास पार्टी के लोगों पर टारगेट करके हमले किए गए
  5. पुलिस ने बड़ी लापरवाही की. शिकायत करने वाले को न्याय ना देकर, उल्टा उनके ऊपर ही केस दर्ज किए गए.
  6. शिकायत के बावजूद पुलिस ने किसी को गिरफ्तार नहीं किया
  7. कई लोग घर छोड़कर पलायन कर गए उनके घरों को जला दिया गया
  8. एक खास पार्टी के लोगों के आधार कार्ड, राशन कार्ड छीन लिए गए. उनसे कार्ड वापसी के लिए तोलाबाजी (प्रोटेक्शन मनी) भी लेने की धमकी दी गई.
  9. कई जगहों पर क्रूड बम और पिस्टल की अवैध फैक्ट्री भी मिलीं

कमेटी को आने नहीं दे रही थी राज्य सरकार

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राज्य सरकार इस कमेटी को राज्य में आने से लगातार मना कर रही थी. कमेटी के चेयरमैन ने चीफ सेक्रेटरी को ग्राउंड रियलिटी के लिए 11 मई को पत्र लिखा था, 12 मई को वहां के चीफ सेक्रेटरी ने जवाब दिया और कहा था की कोरोना के चलते आप ग्राउंड में नहीं आ सकते हैं. यह भी कहा गया कि अभी मामले पर कोर्ट में सुनवाई होनी है इसलिए अभी राज्य में आना ठीक नहीं है.

बाद में इस कमेटी ने CRPF की सुरक्षा लेकर पश्चिम बंगाल में जाकर अपनी रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें हिंसा प्रभावित कई गांवो का दौरा इस टीम ने किया है.

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