'जो संविधान की प्रति हाथ में लेकर कूदते रहते हैं...', राहुल गांधी पर PM मोदी का सीधा निशाना

पीएम मोदी ने कहा कि संविधान हमारे लिए कोई आर्टिकल का कंपाइलेशन मात्र नहीं है. हमारे लिए संविधान की स्पिरिट और इसके शब्द बहुत मूल्यवान है. किसी भी सरकार के लिए नीति-निर्धारण में संविधान दिशादर्शक का काम करता है. किसी भी स्थिति में संविधान हमारा मार्गदर्शन करने का काम करता है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 03 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 12:59 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब दे रहे हैं. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा.

पीएम मोदी ने कहा कि संविधान हमारे लिए कोई आर्टिकल का कंपाइलेशन मात्र नहीं है. हमारे लिए संविधान की स्पिरिट और इसके शब्द बहुत मूल्यवान है. किसी भी सरकार के लिए नीति-निर्धारण में संविधान दिशादर्शक का काम करता है. किसी भी स्थिति में संविधान हमारा मार्गदर्शन करने का काम करता है.

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उन्होंने कहा कि मैंने जब लोकसभा में हमारी सरकार की तरफ से कहा कि हम 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाएंगे. मैं हैरान हूं कि जो आज संविधान की प्रति लेकर कूदते रहते हैं, उन लोगों ने इसका विरोध कर कहा था कि 26 जनवरी तो है. 

देश ने धर्म की राजनीति को ठुकराया है

पीएम मोदी ने कहा कि आज जब हम आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, हमने जन उत्सव मनाने का फैसला किया है. देश की जनता ने हमें तीसरी बार जो अवसर दिया है, वह अवसर विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत इस यात्रा को स्वीकृति देने के लिए है. देश के कोटि-कोटि जनों ने इस संकल्प को आगे ले जाने के लिए आशीर्वाद दिया है.

राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा कि इस देश ने धर्म की राजनीति को ठुकरा दिया है और भरोसे की राजनीति पर मुहर लगाई है.. दस साल के बाद किसी एक सरकार की फिर से वापसी हुई है.

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जनता के फैसले को ब्लैकआउट करने की कोशिश

मोदी ने कहा कि भारत के लोकतंत्र के छह दशक के बाद ये असामान्य घटना है. कुछ लोग जानबूझकर मुंह फेरकर बैठे हुए हैं, कुछ लोग हो-हल्ला करने में लगे हैं कि कैसे देश की जनता के इस फैसले को ब्लैकआउट किया जाए. उन्होंने कहा कि मैं कुछ दिन से देख रहा हूं कि दबे मन से ही सही पराजय स्वीकार की जा रही है. 

अगले पांच साल गरीबी के खिलाफ जंग में अहम

विपक्ष के हंगामे के बीच उन्होंने कहा कि यहां कुछ ऐसे विद्वान है, जो ये मानते हैं. इसमें क्या है, भारत की अर्थव्यवस्था अपने आप तीसरे नंबर पर पहुंच जाएगी. ये वो लोग हैं, जो ऑटो पायलट और रिमोट मोड में सरकार चलाने के आदि हैं. कुछ करने में विश्वास नहीं रखते. लेकिन हम मेहनत में कोई कमी नहीं रखेंगे. हम आगामी पांच साल गरीबों के लिए निर्णायक लड़ाई लड़ेंगे.

पीएम मोदी ने कहा कि आगामी पांच साल गरीबी के खिलाफ निर्णायक साल है. ये देश गरीबी के खिलाफ लड़ाई में विजयी होकर रहेगा. जब देश, दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा तो इसका प्रभाव जीवन के हर क्षेत्र पर पड़ने वाला है. विकास के, विस्तार के नए अवसर उपलब्ध होने वाले हैं. वैश्विक परिवेश में अभूतपूर्व प्रभाव होने वाला है.

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3 साल में तीन लाख करोड़ किसानों को दिए

पीएम मोदी ने कहा कि हमने किसानी को एक व्यापक स्वरूप में देखा है. किसानों और मछुआरों को किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ मिला है. किसानों की खेती के काम को मजबूती मिली है. पहले किसानों को गुमराह करने का प्रयास किया गया था. 

उन्होंने कहा कि सात हजार करोड़ की कर्जमाफी का इतना हल्ला मचाया था. हमने प्रधानमंत्री किसान सामान्य योजना चलाई और इसका लाभ 10 करोड़ किसानों को हुआ है. सरकार छह साल में तीन लाख करोड़ रुपये किसानों को दे चुके हैं.

लोकसभा में भी विपक्ष पर बरसे थे पीएम मोदी

बता दें कि पीएम मोदी ने इससे पहले मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी को बालक बुद्धि और कांग्रेस को परजीवी बताते हुए निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि यह लगातार तीसरी बार है जब कांग्रेस पार्टी 100 का आंकड़ा पार नहीं कर सकी है. उन्होंने राहुल गांधी के हिंदू वाले बयान को लेकर भी पलटवार करते हुए कहा था कि इस देश के हिंदुओं के साथ ये है आपका व्यवहार?

पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा था कि इन लोगों का झूठ हमारे देश के नागरिकों की विवेक बुद्धि पर आशंका व्यक्त करता है. इनका झूठ देश के सामान्य विवेक बुद्धि पर एक तमाचा मारने की निर्लज हरकत है. ये हरकतें देश की महान परंपराओं पर तमाचा है.

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