प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर में कहा कि आज देश में जीएसटी रिफॉर्म्स लागू हुए हैं. GST बचत उत्सव की शुरुआत हुई है. त्योहारों के इस मौसम में जनता जनार्दन को यह डबल बोनस मिला है.
पीएम मोदी ने कहा, मेरा अरुणाचल दौरा खास बन गया है. नवरात्रि के पहले दिन मुझे इतने खूबसूरत पर्वतों का साक्षी बनने का अवसर मिला... आज नेक्स्ट-जेनरेशन जीएसटी सुधार लागू किए गए हैं. जीएसटी बचत उत्सव की शुरुआत हुई है. अरुणाचल को ऊर्जा, स्वास्थ्य, पर्यटन और कई अन्य क्षेत्रों से जुड़े प्रोजेक्ट दिए गए हैं.
उन्होंने कहा, अरुणाचल की यह भूमि उगते सूर्य की धरती के साथ देशभक्ति के उफान की भी धरती है. जैसे तिरंगे का पहला रंग केसरिया है, वैसे ही अरुणाचल का पहला रंग भी केसरिया है. यहां का हर व्यक्ति शौर्य और शांति का प्रतीक है. पीएम मोदी ने कहा, मेरा अरुणाचल दौरा आज तीन कारणों से बेहद खास है. पहला कारण यह है कि नवरात्रि जैसे पावन अवसर पर मुझे इन भव्य पर्वतों के दर्शन करने का सौभाग्य मिला है. नवरात्रि के इस दिन हम मां शैलपुत्री की आराधना करते हैं, जो हिमालय की पुत्री हैं. इन्हीं पर्वतों के बीच रहकर अपनी श्रद्धा अर्पित करना वास्तव में दिव्य अनुभव है.
प्रधानमंत्री ने स्थानीय उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों के साथ संवाद किया और इंदिरा गांधी पार्क में आयोजित सार्वजनिक बैठक के अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी का भी दौरा किया और वहां प्रदर्शित स्थानीय उत्पादों का बारीकी से अवलोकन किया.
प्रधानमंत्री मोदी ने व्यापारियों से नए जीएसटी सुधारों से उनके व्यवसाय पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जानकारी ली. उन्होंने स्थानीय उत्पादों की गुणवत्ता और विविधता के बारे में भी विस्तार से पूछा और 'वोकल फॉर लोकल' अभियान के तहत देशी उत्पादों को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह संवाद ना सिर्फ स्थानीय व्यवसायिक समुदाय के लिए उत्साहजनक रहा, बल्कि यह सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक भी है, जो सीमा राज्य में जमीनी स्तर पर उद्यमिता को मजबूत बनाने के लिए काम कर रही है.
प्रधानमंत्री मोदी ने स्थानीय उत्पादों के प्रचार-प्रसार और नवाचार को प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया, ताकि राज्य के छोटे और मध्यम उद्यमियों को और अधिक अवसर मिल सकें.
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, हम नॉर्थ ईस्ट के आठों राज्यों को अष्टलक्ष्मी के रूप में पूजते हैं, इसलिए इस क्षेत्र को विकास में पीछे नहीं देख सकते. यहां विकास के लिए केंद्र सरकार अधिक से अधिक धन खर्च कर रही है. देश में जो टैक्स इकट्ठा होता है, उसका एक हिस्सा राज्यों को मिलता है. जब कांग्रेस की सरकार थी तब अरुणाचल प्रदेश को 10 साल में सेंट्रल टैक्स में से सिर्फ 6,000 करोड़ रुपये ही मिले थे. जबकि भाजपा सरकार के 10 वर्षों में अरुणाचल को एक लाख करोड़ रुपये से अधिक मिल चुके हैं. यानी भाजपा सरकार ने कांग्रेस की तुलना में अरुणाचल को 16 गुना ज्यादा पैसा दिया है और यह सिर्फ टैक्स का हिस्सा है.
पीएम मोदी ने कांग्रेस को निशाने पर लिया और कहा, कांग्रेस की एक पुरानी आदत है कि विकास का जो भी काम मुश्किल होता है, उस काम को वह कभी हाथ ही नहीं लगाती. कांग्रेस की इस आदत से नॉर्थ ईस्ट को बहुत नुकसान हुआ. जहां विकास कार्य करना चुनौती होता था, उसे कांग्रेस पिछड़ा घोषित कर भूल जाती थी. जो सीमा से सटे गांव थे, उन्हें लास्ट विलेज कहकर पल्ला झाड़ लेती थी. यही कारण है कि सीमावर्ती क्षेत्रों से लोगों का पलायन होता गया. बीजेपी ने इस अप्रोच को ही बदल दिया. जिन्हें कांग्रेस Backward district कहती थी, उन्हें हमने Aspirational district बनाया और वहां विकास को प्राथमिकता दी गई. सीमावर्ती जिन गांवों को कांग्रेस लास्ट विलेज कहती थी, उन्हें हमने फर्स्ट विलेज माना. इसके अच्छे परिणाम आज हम देख रहे हैं. Vibrant Village की सफलता ने लोगों का जीवन आसान बनाया है.
aajtak.in