संसद के मॉनसून सत्र (Monsoon Session) में विपक्ष द्वारा लगातार हंगामा किया जा रहा है और सरकार का आरोप है कि इस वजह से टैक्सपेयर्स के करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है. लेकिन अभी भी संसद में केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच गतिरोध खत्म होता नहीं दिख रहा है.
सोमवार को भी संसद में पेगासस जासूसी (Pegasus Snooping Case) का मसला छाया रह सकता है. कांग्रेस के सांसद एम. टैगोर द्वारा लोकसभा में पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिया गया है. कांग्रेस सांसद द्वारा मांग की गई है कि ये चर्चा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होनी चाहिए. कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने भी लोकसभा में पेगासस जासूसी मामले पर चर्चा की मांग की है.
कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों द्वारा लोकसभा और राज्यसभा दोनों में ही पेगासस जासूसी मसले पर चर्चा करने की अपील की जा रही है. इसी मसले के वजह से संसद के दोनों सदनों में विपक्ष का हंगामा जारी है और सदन की कार्यवाही में बाधा पड़ रही है.
भले ही सदन में विपक्ष का हंगामा चल रहा हो, लेकिन सरकार लगातार बिल पर बिल पास करवा रही है. तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि मॉनसून सत्र के शुरुआती 10 दिनों में मोदी-शाह ने 12 बिल पास करवा लिए. वो भी सात मिनट प्रति औसत के हिसाब से. डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि कानून पास करवा रहे हैं या पापड़ी चाट बना रहे हैं.
गौरतलब है कि पेगासस जासूसी मामले में ये खुलासा हुआ था कि भारत में कई विपक्षी नेता, पत्रकार और अन्य हस्तियों के फोन हैक किए गए थे. इनमें राहुल गांधी, प्रशांत किशोर का भी नाम शामिल था. संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष इस मसले पर हमलावर है.
बीते दिनों विपक्षी पार्टियों ने एक-साथ मिलकर बैठक भी की थी और सरकार को घेरने की रणनीति बनाने पर काम किया था. वहीं, सरकार की ओर से इन आरोपों को नकारा जा रहा है और किसी भी तरह की जासूसी में शामिल ना होने की बात कही जा रही है.
आनंद पटेल