संसद में 24 स्थायी समितियों का गठन किया गया है. इसमें बीजेपी को 11, कांग्रेस को 4, TMC को 2, DMK को 2, समाजवादी पार्टी, जेडीयू, NCP (अजित पवार गुट), TDP, शिवसेना (शिंदे गुट) को 1-1 समिति की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि सभी संसदीय समितियों के अध्यक्षों को बरकरार रखा गया है.
सूत्रों के अनुसार सभी संसदीय समितियों के अध्यक्षों ने संसदीय कार्यमंत्री और लोकसभा स्पीकर से अपील की थी एक वर्ष के समय में संसदीय समिति की रिपोर्ट तैयार करना और अन्य विषयों की जांच पड़ताल करना मुश्किल होता है, इसलिए संसदीय समितियों में अध्यक्षों और सदस्यों को यथावत समितियों में नियुक्त किया जाए.
शशि थरूर विदेश मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष बने रहेंगे. राजीव प्रताप रूडी को जल संसाधन मंत्रालय से जुड़ी समिति की कमान सौंपी गई है. माना जा रहा है कि ये फैसला बिहार चुनाव को ध्यान में रखकर लिया गया है. उधर, टीएमसी सांसद डोला सेन को वाणिज्य संबंधी समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. बीजेपी सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल को गृह मामलों से जुड़ी समिति की जिम्मेदारी मिली है.
दिग्विजय सिंह महिला, बाल विकास, शिक्षा और युवा मामलों की स्थायी समिति के अध्यक्ष बनाए गए. वहीं, डीएमके सांसद टी. शिवा को उद्योग समिति का अध्यक्ष बनाया गया है.
जेडीयू सांसद संजय कुमार झा को परिवहन समिति की कमान मिली है, सपा सांसद रामगोपाल यादव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति के अध्यक्ष बने हैं. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे संचार एवं आईटी समिति के अध्यक्ष, बीजेपी सांसद राधा मोहन सिंह रक्षा समिति के अध्यक्ष होंगे.
भर्तृहरि महताब वित्त समिति की जिम्मेदारी संभालेंगे. सी.एम. रमेश रेलवे समिति के अध्यक्ष होंगे. कीर्ति आज़ाद को रसायन एवं उर्वरक समिति की कमान मिली है. अनुराग ठाकुर को कोयला, खनन और स्टील समिति का अध्यक्ष बनाया गया है.
सिलेक्ट कमेटियों के अध्यक्ष
इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड सिलेक्ट कमेटी के अध्यक्ष बैजंयत पांडा और जनविश्वास बिल सिलेक्ट कमेटी के अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या (बीजेपी) होंगे.
हिमांशु मिश्रा