ऑपरेशन सिंदूर : तबाह हुआ पाकिस्तान में आतंक का नया कंट्रोल रूम '88', जानिए कैसे करता था ये काम

सूत्रों के अनुसार, '88' कंट्रोल रूम जैश-ए-मोहम्मद का नया ऑपरेशनल सेंटर था. यह सिर्फ एक इमारत नहीं थी, बल्कि एक कमांड और कंट्रोल हब था, जहां से आतंकियों की मूवमेंट, लॉन्चिंग टाइम और इंटेल नेटवर्क को मॉनिटर किया जाता था. आतंकियों को पाक के मुजफ्फराबाद के ट्रांजिट कैम्प सवाई नाला तक पाक आर्मी की मदद से घुसपैठ के लिए जाता था.

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तबाह हुआ पाकिस्तान में आतंक का नया कंट्रोल रूम '88' तबाह हुआ पाकिस्तान में आतंक का नया कंट्रोल रूम '88'

जितेंद्र बहादुर सिंह

  • नई दिल्ली ,
  • 07 मई 2025,
  • अपडेटेड 7:07 AM IST

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की. सूत्रों के मुताबिक तीनों सेनाओं का संयुक्त अभियान ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह से सफल रहा. लश्कर और जैश के हेडक्वार्टर तबाह हो गए हैं. वहीं पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के मुजफ्फराबाद में स्थित आतंक का नया कंट्रोल रूम '88' पूरी तरह तबाह कर दिया गया है. यह वही अड्डा था जहाँ से पाकिस्तान आर्मी और ISI भारत के खिलाफ घुसपैठ की रणनीतियां बनाते थे.

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सूत्रों के अनुसार, '88' कंट्रोल रूम जैश-ए-मोहम्मद का नया ऑपरेशनल सेंटर था. यह सिर्फ एक इमारत नहीं थी, बल्कि एक कमांड और कंट्रोल हब था, जहां से आतंकियों की मूवमेंट, लॉन्चिंग टाइम और इंटेल नेटवर्क को मॉनिटर किया जाता था. आतंकियों को पाक के मुज्जफराबाद के ट्रांजिट कैम्प सवाई नाला तक पाक आर्मी की मदद से घुसपैठ के लिए जाता था. मुजफ्फराबाद से आतंकियों को ट्रांजिट कैम्प सवाई नाला से 98 KM दूर दुधनियाल लॉन्च पैड से घुसपैठ के लिए हमेशा लाया जाता था. 

कहां कहां हुई स्टाइक  

 मुजफ्फराबाद ऐतिहासिक रूप से लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का एक प्रमुख केंद्र रहा है. यह क्षेत्र नियंत्रण रेखा (LoC) के नजदीक होने और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण होने के कारण लश्कर के प्रशिक्षण शिविरों और ऑपरेशनल सेंटरों की मेजबानी करता रहा है. लश्कर-ए-तैयबा की स्थापना 1980 के दशक के अंत में हाफिज सईद ने की थी.

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सूत्रों के अनुसार, मुरीदके (जो लाहौर से 30 किमी दूर है) 1990 से लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय रहा है. यह हाफिज सईद के नेतृत्व में काम करता है और मुंबई में हुए 26/11 आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार रहा है. जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का सक्रिय आतंकी ढांचा बहावलपुर में मौजूद है. पहलगाम में हुए आतंकी हमले से ठीक तीन दिन पहले बहावलपुर में जैश के मुख्यालय पर हमास कमांडर खालिद काय्यूमी और रऊफ असगर के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी. सूत्रों का कहना है कि बहावलपुर में कई स्थानों पर एयरस्ट्राइक की गई हैं.

पाकिस्तान ने फिर तोड़ा सीज फायर 

भारत की एयर स्ट्राइक से बौखलाए पाकिस्तान ने सीमा पर सीजफायर उल्लंघन शुरू कर दिया है. भारतीय सेना ने जानकारी दी है कि पाकिस्तान ने पुंछ-राजौरी क्षेत्र के भीमबर गली में तोपखाने से गोलीबारी करके एक बार फिर संघर्ष विराम समझौते का उल्लंघन किया है, जिसका भारतीय सेना उचित तरीके से जवाब दे रही है.

रणनीतिक रूप से तैयार किया गया 'ऑपरेशन सिंदूर'

शुरुआती जानकारी के मुताबिक, भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान और पीओके में बेहद सटीक और सावधानीपूर्वक आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाया. पीआईबी ने जानकारी दी है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' की प्लानिंग को बहुत ही रणनीतिक रूप से तैयार किया गया ताकि आतंकवादियों की गतिविधियों को करारा जवाब दिया जा सके.

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