ओडिशा: छात्रा के आत्मदाह मामले पर विधानसभा के बाहर प्रदर्शन, पुलिस ने किया टियर गैस और वॉटर कैनन का इस्तेमाल

रिपोर्ट के मुताबिक, बीजू जनता दल (बीजेडी) कार्यकर्ताओं की अगुवाई में सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक बालासोर बंद का आह्वान किया गया है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर टायर जलाए और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और शिक्षा मंत्री सूर्यबंशी सूरज के इस्तीफे की मांग की.

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ओडिशा छात्रा के आत्मदाह मामले पर विधानसभा के बाहर प्रोटेस्ट (Photo: Screengrab) ओडिशा छात्रा के आत्मदाह मामले पर विधानसभा के बाहर प्रोटेस्ट (Photo: Screengrab)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 12:02 PM IST

ओडिशा के बालासोर स्थित फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज की छात्रा की मौत पर देशभर में रोष है. 20 साल की छात्रा ने कॉलेज एचओडी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. मामले में एक्शन नहीं होने पर छात्रा ने आत्मदाह कर लिया था. अब इस मामले पर ओडिशा विधानसभा के बाहर जमकर प्रदर्शन हो रहा है. 

रिपोर्ट के मुताबिक, बीजू जनता दल (बीजेडी) कार्यकर्ताओं की अगुवाई में सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक बालासोर बंद का आह्वान किया गया है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर टायर जलाए और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और शिक्षा मंत्री सूर्यबंशी सूरज के इस्तीफे की मांग की.

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पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार की. इस प्रोटेस्ट के वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रदर्शनकारी बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं और पुलिस भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार कर रही है.

क्या है मामला?

ओडिशा के बालासोर स्थित फकीर मोहन ऑटोनॉमस कॉलेज की 20 वर्षीय छात्रा की मंगलवार को एम्स भुवनेश्वर में इलाज के दौरान मौत हो गई थी. छात्रा ने इस महीने की शुरुआत में अपने एचओडी पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था. कॉलेज प्रशासन की ओर से कोई एक्शन नहीं लेने से निराश होकर छात्रा ने कैम्पस में ही खुद को आग लगा ली थी, जिसमें वह 90 फीसदी तक झुलस गई. उसे पहले बालासोर जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया, जहां हालत गंभीर होने पर 12 जुलाई को एम्स भुवनेश्वर में रेफर किया गया था.

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छात्रा ने अपने कॉलेज के एचओडी द्वारा कथित तौर पर लंबे समय तक यौन उत्पीड़न का सामना करने के बाद खुद को आग लगा ली थी. कॉलेज प्रशासन के समक्ष औपचारिक शिकायत दर्ज कराने और प्रिंसिपल से मदद मांगने के बावजूद, उसकी गुहार अनसुनी कर दी गई थी, जिससे निराश होकर उसने यह खौफनाक कदम उठाया था.

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