प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नए संसद भवन का उद्घाटन किया. नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के लिए विपक्षी दलों को भी न्योता दिया गया था. मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया. अब नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है.
विपक्ष की ओर से नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद सरकार पर, सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बयानों के तीर लगातार चलाए जा रह हैं. इसे लेकर अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का भी बयान आया है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर संसद के नए भवन के लोकार्पण को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज किया है.
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि संसद लोगों की आवाज है. राहुल गांधी ने तंज करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नए संसद भवन के उद्घाटन को राज्याभिषेक समझ रहे हैं. इससे पहले कांग्रेस के राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति को नहीं बुलाए जाने को लेकर सरकार को घेरा. जयराम रमेश ने कहा कि पहली आदिवासी राष्ट्रपति को अपने संवैधानिक कर्तव्य नहीं निभाने दिया जा रहा.
नए संसद भवन के उद्घाटन पर किसकी क्या प्रतिक्रिया
नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद बिहार के सत्ताधारी महागठबंधन के घटक राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने एक फोटो कोलॉज ट्वीट कर सवाल किया था कि ये क्या है. इस कोलॉज को लेकर बीजेपी ने आरजेडी पर हमला बोल दिया तो पार्टी ने सफाई देते हुए कहा कि ये तस्वीर लोकतंत्र को दफन किए जाने का प्रतिनिधित्व करती है. असदुद्दीन ओवैसी ने इस तुलना को गलत बताया है और कहा है कि वे और कुछ भी कह सकते थे.
जेडीयू ने बताया तानाशाही, एनसीपी ने कहा- अधूरी घटना
वहीं, नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि नए संसद भवन के जरिए देश के कलंक का इतिहास लिखा जा रहा है. जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने नए संसद भवन के उद्घाटन को तानाशाही और मोदी इतिहास लागू किया जाना बताया. सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने सेंगोल की स्थापना के लिए तमिलनाडु से अधीनम संतों को बुलाए जाने पर सवाल उठाए.
एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने नए संसद भवन का उद्घाटन विपक्षी दलों के शामिल नहीं होने के बावजूद किए जाने को अधूरी घटना बताया है. उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि देश में लोकतंत्र नहीं है. गौरतलब है कि राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था कि नए संसद भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नहीं, राष्ट्रपति को करना चाहिए.
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