पश्चिम बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने ओडिशा के झारसुगुड़ा जिले के बांधाबहल में छापेमारी कर मुर्शिदाबाद हिंसा के मुख्य आरोपी जियाउल शेख के दो बेटों को हिरासत में लिया है. इस कार्रवाई में 13 अन्य संदिग्ध लोगों को भी हिरासत में लिया गया है, जो वक्फ अधिनियम में संशोधन को लेकर भड़की हिंसा से जुड़े थे.
हिंसा के दौरान जाफराबाद, शम्शेरगंज में हरागोबिंद दास और उनके बेटे चंदन दास की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी. जांच में पता चला कि ये संदिग्ध मुर्शिदाबाद के मजदूर हैं, जो ईद मनाने के बाद झारसुगुड़ा लौटे थे. पश्चिम बंगाल पुलिस इनके गतिविधियों को ट्रेस कर झारसुगुड़ा तक पहुंची, जहां उनकी संलिप्तता के आरोप में उन्हें हिरासत में लिया गया.
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जियाउल पर भीड़ को उकसाने और षड्यंत्र रचने का आरोप
STF ने विशेष जांच टीम (SIT) की मदद से उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा में छिपे जियाउल शेख को गिरफ्तार किया है. वह जलसंपत्ति पुरबापा में जाफराबाद के पास का रहने वाला है और उस पर भीड़ को उकसाने और षड्यंत्र रचने का आरोप है. यह मामले में चौथी गिरफ्तारी है, जबकि इसके पहले कलू नादर, दिलदार, और इंजमाम उल-हक को गिरफ्तार किया जा चुका है.
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आरोपियों के पास से हथियार भी बरामद
झारसुगुड़ा के एसपी ने बताया, "एसटीएफ की सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई में संदिग्धों के कब्जे से हथियार बरामद किए गए हैं. संदिग्धों ने भागने की कोशिश की लेकिन हमारी टीम ने चौतरफा योजना से उन्हें धर दबोचा." झारसुगुड़ा पुलिस ने भी कहा कि पश्चिम बंगाल एसटीएफ ने हमारे क्षेत्र में समान गतिविधियों के लिए संदिग्धों की तलाश की, जिससे हमने तकनीकी सर्विलांस की मदद से सही स्थान पर छापा मारते हुए उन्हें हथियार सहित पकड़ा गया.
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