RSS क्यों मना रही सुभाष चंद्र बोस की जयंती? विचारों में मतभेद वाले दावों पर आया जवाब

 मोहन भागवत बंगाल के पांच दिवसीय दौरे पर रहेंगे, जहां वह विभिन्न गणमान्य लोगों से मुलाकात करेंगे. 23 जनवरी को भागवत नेताजी का जन्मदिन नेताजी लह प्रणाम के तौर पर मनाएंगे. 

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मोहन भागवत मोहन भागवत

सूर्याग्नि रॉय

  • कोलकाता,
  • 17 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 6:21 PM IST

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसए) प्रमुख मोहन भागवत 23 जनवरी को कोलकाता में मेगा रैली करने जा रहे हैं. इस दौरान वह नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि भी देंगे.

 मोहन भागवत बंगाल के पांच दिवसीय दौरे पर रहेंगे, जहां वह विभिन्न गणमान्य लोगों से मुलाकात करेंगे. 23 जनवरी को भागवत नेताजी का जन्मदिन नेताजी लह प्रणाम के तौर पर मनाएंगे. 

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आरएसएस के पूर्व क्षेत्र संचालक अजय नंदी ने मंगलवार को कोलकाता में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आरएसएस ने हमेशा देश के महान नेताओं का जन्मदिन मनाया है. बोस और आरएसएस के संस्थापक डॉ. हेडगेवार का कांग्रेस के दिनों से एक-दूसरे से संबंध रहा है. 

उन्होंने कहा कि कोलकाता वह जगह है, जहां नेताजी की डॉ. हेडगेवार से मुलाकात हुई थी. दोनों का गहरा संबंध था. दोनों ने आजादी की लड़ाई लड़ी. एक ने आरएसएस बनाई और दूसरे ने आईएनए का गठन किया.

उन्होंने कहा कि 1940 में सुभाष चंद्र बोस ट्रेन के जरिए नागपुर जा रहे थे, जहां उनकी डॉ. हेडगेवार से मुलाकात हुई. आरएसएस और उसकी विचारधारा की आलोचना के सवाल पर अजय नंदी ने कहा कि इसके कोई सबूत नहीं हैं कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस आरएसएस या उसकी विचारधारा के आलोचक थे. कोई कुछ भी कह सकता है या लिख सकता है. लेकिन इस बात के कोई सबूत नहीं है कि बोस आरएसएस को पसंद नहीं करते थे. 

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