पंजाब के अजनाला में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों द्वारा थाने पर हमला किए जाने को लेकर अब केंद्र सरकार भी एक्शन में आ गई है. सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय ने पंजाब पुलिस से अजनाला में हुई घटना पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.
सूत्रों के अनुसार अजनाला में अमृतपाल सिंह द्वारा अपने साथी लवप्रीत सिंह तूफान को छुड़ाने के लिए जिला अमृतसर के अजनाला में अपने साथियों के साथ मिलकर हिंसक प्रदर्शन को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गंभीरता से लिया है.
गृह मंत्रालय ने तलब की रिपोर्ट
गृह मंत्रालय ने अजनाला पुलिस स्टेशन पर अमृतपाल सिंह और उसके समर्थको द्वारा हथियारों के साथ जाने और पुलिसकर्मियों पर हमला करने के मामले के संबंध में स्टेट पुलिस और आईबी से पूरे घटनाक्रम और अब तक की कार्रवाई की रिपोर्ट तलब कर ली है.
जानकारी के अनुसार गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद राज्य पुलिस ने अमृतपाल सिंह के साथ चलने वाले हथियारबंद व्यक्तियों के वेपन लाइसेंस की जांच करने का फैसला किया है. इस संबंध में बार्डर रेंज के सीनियर पुलिस अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
पुलिस को मिले 52 वीडियो
सूत्रों के अनुसार पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ शिकंजा कसना शुरू कर दिया है, पुलिस ने हमला करने वालों की तलाश के लिए विशेष टीम का गठन कर दिया है. प्राथमिक स्तर पर पुलिस को थाने पर हमले का 52 वीडियो मिला है जिसकी जांच शुरू कर दी गई है.
जांच टीम इन सभी वीडियो की गहनता से जांच करेगी और रविवार शाम तक सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी. इस जांच में कमेटी घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को आइडेंटिफाई करेगी. टीम की रिपोर्ट के बाद न केवल आरोपियों पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा, बल्कि उनकी गिरफ्तारी के लिए भी ठोस योजना के तहत एक्शन लिया जाएगा.
बता दें कि अजनाला में गुरुवार को अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने जिस तरह से थाने पर धावा बोला और उसके बाद पंजाब सरकार से अपनी बात मनवाते हुए अपने साथी को रिहा करा लिया इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां गंभीर हैं.
18 फरवरी को गिरफ्तार हुआ था तूफान
लवप्रीत सिंह तूफान को अजनाल पुलिस ने बीते 18 फरवरी को दंगा और अपहरण के आरोप में गिरफ्तार किया था. इसके बाद लवप्रीत को रिहा करने की मांग को लेकर 'वारिस पंजाब दे' संगठन के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने अपने समर्थकों के साथ प्रदर्शन किया. बता दें कि लवप्रीत सिंह तूफान 'वारिस पंजाब दे' संगठन से जुड़ा है और वह अमृतपाल सिंह का करीबी है.
पंजाब के अमृतसर में गुरुवार को अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने लवप्रीत सिंह तूफान को जेल से निकालने के लिए थाने पर बंदूक-तलवार से हमला कर दिया था. 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने इसके बाद धमकी भरे लहजे में कहा है कि अजनाला में हिंसा नहीं हुई थी अभी असली हिंसा दिखनी बाकी है. उसने पंजाब पुलिस से अजनाला मामले में कार्रवाई रोकने की बात कही है.
शांति और सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने पर उतारू खालिस्तान का समर्थन करने वाला संगठन 'वारिस पंजाब दे' के मुखिया अमृतपाल सिंह ने जहर उगलते हुए खून खराबे की धमकी दी है, जिसे देश की सुरक्षा के लिए एक खतरा माना जा रहा है.
जितेंद्र बहादुर सिंह