अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में दावा किया है कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश में गांव बसा लिया है. इस रिपोर्ट पर भारत सरकार की प्रतिक्रिया आई है. भारत सरकार ने गुरुवार को कहा कि उसने इस रिपोर्ट पर गौर किया है. वहीं, विदेश मंत्रालय ने स्वीकार किया है कि चीन द्वारा इस तरह के अवैध निर्माण दशकों से किए जा रहे हैं. लेकिन, सीडीएस बिपिन रावत ने अरुणाचल प्रदेश में चीन द्वारा गांव बसाने की पेंटागन की इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया.
गुरुवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस रिपोर्ट से जुड़े सवाल पर कहा, जैसा कि हमने कहा था, चीन ने पिछले कई सालों से सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ-साथ उन क्षेत्रों में निर्माण गतिविधियां की हैं, जिन पर उसने दशकों से अवैध कब्जा कर रखा है.
'भारत ने चीन के अवैध कब्जे को कभी स्वीकार नहीं किया'
उन्होंने कहा, भारत ने न तो अपने क्षेत्र में चीन के इस तरह के अवैध कब्जे को स्वीकार किया है और न ही चीन के गलत दावों को माना है. भारत सरकार ने हमेशा ऐसी गतिविधियों का राजनयिक माध्यमों से कड़ा विरोध किया है और भविष्य में भी ऐसा ही किया जाएगा.'' उन्होंने कहा कि भारत अपनी सुरक्षा को प्रभावित करने वाले सभी घटनाक्रमों पर लगातार नजर रखता है और अपनी अखंडता की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा.
रिपोर्ट्स में कोई सच्चाई नहीं- बिपिन रावत
खास बात ये है कि मीडिया कॉन्क्लेव में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने अरुणाचल में चीन द्वारा गांव बसाने की रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, इन नए विवाद में कोई सच्चाई नहीं है. रावत ने कहा, एलएसी पर उस पार चीनी गांवों के निर्माण की बात सच है. भारत के साथ हालिया टकराव के बाद से चीन एलएसी पर अपने नागरिकों या सेना के लिए गांवों का निर्माण कर रहा है. लेकिन नई रिपोर्ट जो कह रही है कि चीन हमारे क्षेत्र में आ गए हैं और नया गांव बनाया है. यह सच नहीं है.
बिपिन रावत ने कहा, वे एलएसी पर अपनी सीमा की ओर बुनियादी ढांचे या तथाकथित गांवों का निर्माण कर रहा है. उन्होंने एलएसी पर हमारी धारणा का कहीं भी उल्लंघन नहीं किया. इसे लेकर अलग-अलग धारणाएं हैं. हम बहुत स्पष्ट हैं कि एलएसी कहां स्थित है क्योंकि हमें बताया गया है कि यह एलएसी पर आपका क्षेत्र है. यही वह क्षेत्र है, जिसकी रक्षा करने की हमसे अपेक्षा की जाती है. वहीं, चीन ने कभी नहीं बताया कि उनके मुताबिक, एलएसी कहां है. जहां तक हमारा सवाल है, एलएसी के हमारे हिस्से में ऐसा कोई गांव नहीं बसा.
राहुल गांधी ने साधा केंद्र पर निशाना
उधर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पेंटागन की रिपोर्ट को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने कहा, हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा से आपराधिक खिलवाड़ की जा रही है क्योंकि मोदी सरकार के पास कोई स्ट्रैटेजी नहीं है और Mr 56 इंच डर गए हैं. मेरी संवेदनाएं उन जवानों के साथ हैं जो अपनी जान पर खेलकर हमारे बॉर्डर की रक्षा कर रहे हैं जबकि केंद्र सरकार झूठ पे झूठ बोल रही है.
गीता मोहन