कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने सवाल उठाया कि क्या पहलगाम में हुआ आतंकी हमला, भारत के बंटवारे और 1971 में पाकिस्तान के साथ हुई जंग से पैदा हुए अनसुलझे सवालों की एक भयावह याद दिलाता है. 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों को निशाने बनाकर किए गए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी. इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
बंटवारे और हमले को जोड़ा
एक किताब के विमोचन के दौरान बोलते हुए अय्यर ने कहा, 'आज तक हम उस बंटवारे के नतीजों के साथ जी रहे हैं. क्या विभाजन के अनसुलझे सवाल ही 22 अप्रैल को पहलगाम में हुई भयानक त्रासदी को दिखाते हैं?' अय्यर ने इस बात पर विचार किया कि बंटवारे को रोकने की कोशिशों के बावजूद, यह आखिर में गांधी, नेहरू, जिन्ना और अन्य नेताओं से असहमत कई मुस्लिमों के बीच भारत की पहचान और विरासत को लेकर मूल्यों में फर्क था.
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उन्होंने कहा कि उस समय भारत को परेशान करने वाले सबसे बड़ा सवाल, जो आज भी जारी है- यह था कि क्या भारत में मुसलमान 'स्वीकार किए गए, प्रिय और सम्मानित' महसूस करते हैं. उन्होंने बंटवारे के बाद पाकिस्तान के विकास, विशेष रूप से 1971 के युद्ध के बाद, जिसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश बना, की ओर भी इशारा किया.
पाकिस्तान के बंटवारे की बताई वजह
कांग्रेस नेता अय्यर ने कहा, '1971 के युद्ध के बाद उपमहाद्वीप में मुसलमानों के रक्षक बनने का पाकिस्तान का सपना खत्म हो गया.' क्योंकि पाकिस्तान की आधी आबादी को लगने लगा कि मुसलमान होना ही काफी नहीं है और बंगाली होना भी जरूरी है. उन्होंने कहा कि यह समझने में विफल रहना कि हर आजादी के एक से ज्यादा आयाम होते हैं, 1971 में पाकिस्तान के बंटवारे की वजह बना.
आज के माहौल में भारत की बात करते हुए अय्यर ने कहा, 'क्या हम जिन्ना के दृष्टिकोण को स्वीकार करते हैं और कहते हैं कि 'नहीं, वे हमारे बीच एक अलग राष्ट्र के रूप में रह रहे हैं, तोड़फोड़ करने वाले या संभावित तोड़फोड़ करने वाले हैं,' या हम उन्हें देखते हैं और कहते हैं कि 'वे हमारे अभिन्न अंग हैं?' उन्होंने कहा, 'आज के भारत में, क्या एक मुसलमानों को लगता है कि उन्हें स्वीकार किया जाता है? क्या एक मुसलमान को लगता है कि उसे प्यारा माना जाता है? क्या एक मुसलमान को लगता है कि उसका सम्मान किया जाता है? हमें सवालों के जवाब खोजना चाहिए, किसी भी मुसलमान से पूछें और आपको जवाब मिल जाएंगे.'
उदित राज ने लगाई फटकार
कांग्रेस नेता उदित राज ने मणिशंकर के बयान की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि वह बेसमझ और किताबी आदमी हैं. उदित राज ने कहा कि जर्मनी का बंटवारा हुआ, रूस कई हिस्सों में बंटा और फिर कुछ एक भी हुए तो क्या एक-दूसरे पर आतंकी हमले करवाते हैं. उन्होंने कहा कि मणिशंकर अय्यर को कुछ पता ही नहीं है.
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पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं. भारत ने 65 साल पुराने सिंधु जल समझौते को सस्पेंड कर दिया और पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा भी रद्द कर दिए. सरकार के सभी पाकिस्तानियों को वापस भेजना भी शुरू कर दिया है. इसके जवाब में पाकिस्तान ने भारत की उड़ानों के लिए अपना एयर स्पेस को बंद कर दिया, जिसमें पाकिस्तानी मंत्री हनीफ अब्बासी ने कहा कि अगर सिंधु संधि सस्पेंड रही तो भारत को युद्ध" के लिए तैयार रहना चाहिए.
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