बांग्लादेशी शरणार्थियों के विवाद पर ममता बनर्जी का केंद्र को जवाब, 'मुझे मत सिखाओ'

ममता बनर्जी ने बांग्लादेश में नौकरी में आरक्षण के विरोध में हुई हिंसक झड़पों के बाद संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के तहत बांग्लादेशी शरणार्थियों को आश्रय देने की अपने कमिटमेंट के बारे में बात की थी. उनकी यह टिप्पणी कोलकाता में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान आई, जहां उन्होंने हिंसा से प्रभावित लोगों की मदद करने की इच्छा व्यक्त की.

Advertisement
ममता बनर्जी- फाइल फोटो ममता बनर्जी- फाइल फोटो

अमित भारद्वाज

  • नई दिल्ली,
  • 26 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 8:30 PM IST

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसाग्रस्त बांग्लादेश से आए शरणार्थियों को शरण देने के बारे में अपनी टिप्पणी पर आपत्ति जताने के लिए विदेश मंत्रालय (एमईए) पर पलटवार किया. बनर्जी ने कहा, 'मैं संघीय ढांचे को बहुत अच्छी तरह से जानती हूं. मैं सात बार सांसद रही हूं, मैं दो बार केंद्रीय मंत्री रही हूं. मैं विदेश मंत्रालय की नीति को किसी और से बेहतर जानती हूं. उन्हें मुझे नहीं सिखाना चाहिए, इसके बजाय उन्हें सिस्टम से सीखना चाहिए.'

Advertisement

ममता बनर्जी ने बांग्लादेश में नौकरी में आरक्षण के विरोध में हुई हिंसक झड़पों के बाद संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव के तहत बांग्लादेशी शरणार्थियों को आश्रय देने की अपने कमिटमेंट के बारे में बात की थी. उनकी यह टिप्पणी कोलकाता में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान आई, जहां उन्होंने हिंसा से प्रभावित लोगों की मदद करने की इच्छा व्यक्त की.

तृणमूल कांग्रेस की 'शहीद दिवस' रैली में उन्होंने कहा, अगर असहाय लोग बंगाल के दरवाजे खटखटाते हैं, तो हम निश्चित रूप से उन्हें आश्रय देंगे.' बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने बनर्जी की टिप्पणी पर अपनी नाराजगी व्यक्त की थी. राजनयिक चैनलों के माध्यम से बात करते हुए कहा गया कि ममता की टिप्पणी भ्रम पैदा कर सकती है और जनता को गुमराह कर सकती है. 

विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की कि उसे ममता बनर्जी की टिप्पणी पर ढाका से लिखित आपत्ति मिली है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि विदेशी संबंधों से जुड़े मामले केंद्र सरकार का विशेषाधिकार हैं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement