उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में क्रैशर व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी हत्याकांड केस में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) एचसी अवस्थी ने पूरे मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का ऐलान किया है. एसआईटी टीम को अगले 7 दिन के अंदर रिपोर्ट जमा करनी होगी.
महोबा केस को लेकर प्रदेश में बढ़ती नाराजगी के बीच पुलिस महानिदेशक ने जांच के लिए एसआईटी टीम गठित करने का ऐलान किया है. इस टीम की अगुवाई आईजी वाराणसी रेंज विजय सिंह मीना करेंगे. उनके साथ डीआईजी शलभ माथुर और एसपी अशोक कुमार त्रिपाठी अन्य सदस्य होंगे. 7 दिनों के अंदर एसआईटी टीम को रिपोर्ट जमा करने को कहा गया है.
इस बीच एडीजी प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश ने कहा कि महोबा व्यापारी हत्याकांड में निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार के खिलाफ स्वतः ही 302 का मामला दर्ज हो गया. पहले उन पर 307 के तहत मामला दर्ज था लेकिन मौत के बाद मामला 302 का हो गया. ऐसे में उनकी गिरफ्तारी जल्द होगी.
एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा कि एसपी मणिलाल पाटीदार और दूसरे अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी होगी. यह एक संगीन मामला है. आरोपी एसपी मणिलाल पाटीदार उपलब्ध नहीं है. जल्दी ही उनको पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. इसके लिए टीमें भेजी गई हैं और उनकी गिरफ्तारी की जाएगी.
व्यापारी इंद्रकांत त्रिपाठी ने एसपी मणिलाल पाटीदार के जरिए घूस मांगे जाने का वीडियो वायरल कराया था. जिसके बाद पाटीदार सहित कई थानेदारों को सस्पेंड कर दिया गया और इनके खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया था. कानपुर में मृतक व्यापारी के परिजनों ने आरोप लगाया कि एसपी पाटीदार राजा बनकर घूंस मांगता था और इसने ही यह हत्या करवाई है.
निलंबित एसपी मणिलाल पाटीदार समेत 4 लोगों पर धारा 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था जो अब 302 में बदल चुका है. इस मामले में मृतक क्रेशर व्यापारी के भाई रविकांत त्रिपाठी ने कबरई थाने में तहरीर दी थी.
व्यवसायी इंद्रकांत त्रिपाठी ने तत्कलीन एसपी मणिलाल, सुरेश सोनी, ब्रह्मदत्त और एसओ देवेंद्र कुमार शुक्ला पर प्रताड़ना के गंभीर आरोप लगाए थे. कांग्रेस की ओर से मामले की सीबीआई जांच की मांग की जा रही है.
कुमार अभिषेक